वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए विभागीय आय व्ययक तैयार किये जाने के सम्बन्ध में

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वित्तीय वर्ष 2025-26  के लिए विभागीय आय व्ययक  पेज 01  पेज 02  YOU MAY ALSO LIKE IT- हिममेधा ब्लॉग उत्तराखण्ड में शिक्षकों को दुर्गम की सेवाओं का दोगुना लाभ मिलना शुरू  इस पड़ौसी राज्य में अब सहायक अध्यापक भी बन सकेंगे प्रधानाचार्य  प्रोजेक्ट कार्य सामाजिक विज्ञान- यूरोप में समाजवाद और रुसी क्रांति  सीबीएसई परीक्षा में स्कूल ने गलती से छात्रा को दे दिए जीरो मार्क्स, अब कोर्ट ने लगाया 30 हजार रूपये का जुर्माना  उत्तराखण्ड बोर्ड ने घोषित की प्रैक्टिकल और बोर्ड परीक्षा की डेट

इस प्रदेश में फर्जी वोटिंग पर पूरी पोलिंग पार्टी सस्पेंड

एक ही वोटर ने किया आठ बार मतदान 

फर्जी वोटिंग पर पूरी पोलिंग पार्टी सस्पेंड 

उत्तर प्रदेश के एटा से वीडियो वायरल होने के बाद चुनाव आयोग एक्शन मोड में है इस वीडियो में एक वोटर कई बार वोट देता दिखाई दे रहा है , इस वीडियो के वायरल होने के बाद चुनाव आयोग ने पूरी पोलिंग पार्टी को सस्पेंड कर दिया है इन सभी के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट भी दर्ज कराई गयी है वीडियो देखकर लगता है कि पोलिंग पार्टी इस काम में मतदान करने वाले का पूरा समर्थन कर रही है साथ ही साथ इस बूथ पर दोबारा मतदान कराने के आदेश भी जारी कर दिए है | 

एक बड़े राजनैतिक दल ने X पर पोस्ट शेयर करते हुये लिखा कि अगर चुनाव आयोग को लगे कि कहीं कुछ गलत हुआ है तो कार्यवाही जरूर करें , इस पोस्ट के बाद अनेक लोगों ने X पर अपनी बात रखीं | इस वायरल वीडियो में एक लगभग 18 साल का लड़का एक के बाद एक आठ बार मतदान करते हुए दिखाई दे रहा है साथ ही वह अपनी अपनी वीडियो भी जानबूझकर बना रहा है जिससे ये आभास हो रहा है कि वो ये सब कुछ एक नियोजित तरीके से कर रहा है , इस वीडियो को आप X प्लेटफार्म पर @ yadavakhilesh के X अकाउंट पर देख सकते है , वीडियो पर विवाद होने पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने वीडियो में दिख रहे लड़के पर मुकदमा दर्ज कराया गया है लड़के की पहचान कर उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया है वह निकट के ही एक गांव का रहना वाला है | चुनाव आयोग ने इस पर त्वरित कार्यवाही करते आवश्यक कार्यवाही करते हुए दिशा निर्देश जारी किये है और इस बूथ पर दोबारा मतदान कराने की बात भी कही गयी है लेकिन मतदान पार्टी के होते हुए किसी बूथ पर ऐसी घटना का होना ना केवल असंवैधानिक कृत्य है बल्कि पोलिंग पार्टी की मंशा पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है क्योंकि चुनाव प्रक्रिया के शुरू होने से पूर्व के दिए गए प्रशिक्षण में सभी कार्मिकों सभी नियम और आचार संहिता के बारे में बता दिया जाता है इस सबके बाद भी इस घटना का होना ना केवल निंदनीय है बल्कि कर्तव्यों के प्रति लापरवाही भी है | 


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