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दिसंबर 17, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए विभागीय आय व्ययक तैयार किये जाने के सम्बन्ध में

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वित्तीय वर्ष 2025-26  के लिए विभागीय आय व्ययक  पेज 01  पेज 02  YOU MAY ALSO LIKE IT- हिममेधा ब्लॉग उत्तराखण्ड में शिक्षकों को दुर्गम की सेवाओं का दोगुना लाभ मिलना शुरू  इस पड़ौसी राज्य में अब सहायक अध्यापक भी बन सकेंगे प्रधानाचार्य  प्रोजेक्ट कार्य सामाजिक विज्ञान- यूरोप में समाजवाद और रुसी क्रांति  सीबीएसई परीक्षा में स्कूल ने गलती से छात्रा को दे दिए जीरो मार्क्स, अब कोर्ट ने लगाया 30 हजार रूपये का जुर्माना  उत्तराखण्ड बोर्ड ने घोषित की प्रैक्टिकल और बोर्ड परीक्षा की डेट

प्रोजेक्ट कार्य सामाजिक विज्ञान- यूरोप में समाजवाद और रुसी क्रांति

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प्रोजेक्ट वर्क- सामाजिक विज्ञान इतिहास   यूरोप में समाजवाद और रुसी क्रांति  परियोजना का नाम-  यूरोप में समाजवाद और रुसी क्रांति  परियोजना का उदेश्य-    यूरोप में समाजवाद और रुसी क्रांति पर प्रोजेक्ट बनाने का मुख्य उद्देश्य इस दोनों महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाओं को गहराई से समझना और उनके सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक प्रभावों का विश्लेषण करना है। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से, हम इन घटनाओं के पीछे छुपे सिद्धांत, विचार और सामाजिक परिवर्तनों को बोझित करके उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करने का प्रयास करेंगे। पहले, हम समाजवाद के सिद्धांतों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। कार्ल मार्क्स और फ्रेडरिक एंगेल्स द्वारा उद्भावित समाजवाद ने उत्कृष्ट वर्ग के खिलाफ एक सामाजिक समरसता की बात की और व्यापक रूप से विभिन्न यूरोपीय राष्ट्रों में अपना प्रभाव दिखाया। हम इसके सिद्धांत, उद्देश्य और समर्थन को समझेंगे ताकि हम उसके सामाजिक परिवर्तन में कैसे योगदान दिखा सकते हैं। दूसरे हिस्से में, हम रूसी क्रांति पर विचार करेंगे, जिसे व्लादिमीर लेनिन ने नेतृत्व किया। इस क्रांति ने रूसी सामाजिक संरचना में व्यापक बदलाव किया और अपन

उत्तराखण्ड के हजारों सरकारी कर्मचारियों की मुराद पूरी

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सेवाकाल में एक बार पदोन्नति के मानकों में छूट   CABINET MEETING हाल ही में हुई कैबिनेट की बैठक में लिए गए एक फैसले से उत्तराखंड के हजारों सरकारी कर्मचारियों की मांग पूरी है जो लम्बे समय से पदोन्नति में शिथिलीकरण की मांग कर रहे थे,  सरकार ने इसके लिए अर्हकारी सेवा में शिथिलीकरण नियमावली को एक जुलाई 2023 से 30 जून 2024 तक के लिए प्रभावी कर दिया है | राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष ने कैबिनेट के फैसले पर ख़ुशी जाहिर करते हुए आभार व्यक्त किया है , उत्तराखंड में सरकारी विभागों में 10 हजार से भी अधिक ऐसे कार्मिक है जिनकी पदोन्नति अभी शेष है और उनके पद भी पदोन्नति के लिए रिक्त है लेकिन इन पदों के लिए पदोन्नति के योग्य होने के लिए जितने वर्ष की सेवा अवधि अनिवार्य है उस अवधि को वो लोग अभी पुरा नहीं कर पाएं है लेकिन इस आदेश के पारित होने के बाद उन्हें पदोन्नति के मानकों में अनिवार्य रूप से छूट मिल जाएगी |  संशय इस बात का भी जताया जा रहा है कि एक जुलाई 2023 से 30 जून 2024 तक अवधि बहुत सीमित है इससे कार्मिकों को अधिक लाभ नहीं होने वाला है क्योंकि अगले वर्ष के आरम्भ में लोकसभा चुनाव संभावित

अब उत्तराखण्ड भी बदलेगा माध्यमिक स्तर पर पाठ्यक्रम

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30 प्रतिशत पाठ्यक्रम उत्तराखंड पर आधारित उत्तराखण्ड भी बदलेगा माध्यमिक स्तर पर पाठ्यक्रम  उत्तराखण्ड भारत का पहला राज्य है जिसने सबसे पहले प्राथमिक स्तर पर NEP 2020 के अनुरूप अपने पाठ्यक्रम की रुपरेखा तैयार की है | इसके पश्चात अब शिक्षा मंत्री श्री धन सिंह रावत और शिक्षा अधिकारियों के आदेश पर SCERT उत्तराखण्ड ने NEP 2020 के अनुरूप माध्यमिक स्तर के पाठ्यक्रम को भी बदलने पर ध्यान केंद्रित किया है ,  NEP 2020 ने प्रत्येक राज्य को ये अधिकार दिया है वो अपने स्कूली पाठ्यक्रम में स्थानीय संस्कृति ,सामाजिक परिवेश और परम्पराओं ,भौगलिक विशेषताओं और ऐतिहासिक आधार को 30 प्रतिशत पाठ्यसामग्री के रूप में अपने स्कूली पाठ्यक्रम सम्मिलित कर सकते है |   शिक्षा मंत्री श्री धन सिंह रावत ने शिक्षा विभाग को आदेश दिए है कि तीन माह के भीतर माध्यमिक स्तर के पाठ्यक्रम में  30 प्रतिशत पाठ्यसामग्री की रुपरेखा उत्तराखण्ड आधारित बनाई जाये जिसमे उत्तराखण्ड की स्थानीय सांस्कृतिक, सामाजिक ,ऐतिहासिक और भौगोलिक विशेषताओं और पृष्ठभूमि को शामिल किया जाएँ | उत्तराखण्ड नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने में सबसे अग

Project work/परियोजना कार्य इतिहास -भूमण्डलीकृत विश्व का बनना

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परियोजना कार्य संख्या-04  भूमण्डलीकृत विश्व का बनना    परियोजना कार्य  इतिहास -भूमण्डलीकृत विश्व का बनना  परियोजना का नाम-   भूमण्डलीकृत विश्व का बनना  परियोजना का उद्देश्य-  भूमण्डलीकृत विश्व के निर्माण का मुख्य उदेश्य वैश्विक समृद्धि और समरसता को प्रोत्साहित करना है। इस परियोजना का हेतु विश्वभर में विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग करने के माध्यम से, एक संगठित, समरस और उत्कृष्ट भूमण्डलीकृत विश्व की रचना की जा रही है। इस परियोजना का पहला लक्ष्य विश्व के अधिकांश देशों के बीच साथीपन की भावना और अभिवृद्धि की प्रेरणा बढ़ाना है। विभिन्न सांस्कृतिक, भाषाई, धार्मिक, और सामाजिक विविधताओं का समानाधिकारिक और समरस साझा करना एक एकाधिकृत विश्व की दिशा में कदम बढ़ाना है। इस प्रयास का दूसरा महत्वपूर्ण हिस्सा विज्ञान, प्रौद्योगिकी, और सांगठनिक क्षमता में समर्थता को बढ़ाना है। विश्वभर में एकीकृत अनुसंधान, विकास, और नई तकनीकों के साझा करने से ग्लोबल समस्याओं का समाधान निकालने में सहायता होगी और जनता को एक बेहतर जीवन का सामान्य लाभ होगा। इस प्रक्रिया के माध्यम से, हम एक समृद्ध, सशक्त, और समरस भूमण्डलीकृत विश्