प्रधानाध्यापिका से बाजार दर पर होगी रिकवरी
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प्रधानाध्यापिका डकार गयी MDM का 1000 किलोग्राम चावल |
केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना से सरकारी स्कूलों मे पढ़ने वाले कक्षा 01 से कक्षा 8 तक के सभी छात्र और छात्राओं को मिड डे मील योजना के तहत दोपहर का भोजन उपलब्ध कराया जाता है लेकिन पिछले दिनों जिला हरिद्वार के बहादराबाद ब्लॉक में एक ऐसा मामला प्रकाश में आया है कि राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सराय की महिला प्रधानाध्यापिका अपने स्कूल के MDM अभिलेख में मिड डे मील योजना के एक हजार किलोग्राम चावल का हिसाब नहीं दे पायी है | एस डी एम , खाद्य सुरक्षा विभाग और खंड शिक्षा अधिकारी बहादराबाद की टीम ने अपनी प्राथमिक जाँच में ये स्पष्ट पाया है कि स्कूल ने मिड डे मील योजना के अंतर्गत जारी 1000 किलोग्राम खाद्यान के बोरे राशन डालर के पास से उठाये ही नहीं जबकि विभाग ने मिड डे मील योजना के अंतर्गत ये राशन जारी कर दिया था , स्कूल की प्रधानाध्यापिका के पास इस खाद्यान का कोई विवरण भी रजिस्टर में नहीं मिला है , विभाग की टीम ने इसे बड़ी लापरवाही बताया है |
सात फरवरी को शिक्षा विभाग ने राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सराय की महिला प्रधानाध्यापिका से जब इस बाबत स्पष्टीकरण माँगा तो अपने उत्तर में भी राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सराय की महिला प्रधानाध्यापिका कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सकी, तब विभाग ने राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सराय की महिला प्रधानाध्यापिका को आदेश दिया कि वह बाजार दर के अनुसार यानि 33 रूपये प्रति किलोग्राम की दर से 1000 किलोग्राम खाद्यान कीमत 33,000 रूपये की धनराशि मिड डे मील के बैंक खाते में जमा करें इस धनराशि को MDM के खाते में जमा करने के लिये महिला प्रधानाध्यापिका को एक सप्ताह का समय दिया गया है इस रिकवरी के बाद शिक्षा विभाग अपनी तरफ से अलग से विभागीय कार्यवाही करेगा | विभाग ने अपने स्पष्ट आदेशों में कहा है कि मिड डे मील योजना केंद्र सरकार की अति महत्वपूर्ण योजना है , अपने कार्यों में पूर्ण पारदर्शिता रखें अपने रिकॉर्ड को पूर्ण और अपडेटेड रखें |
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