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अक्तूबर 22, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए विभागीय आय व्ययक तैयार किये जाने के सम्बन्ध में

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वित्तीय वर्ष 2025-26  के लिए विभागीय आय व्ययक  पेज 01  पेज 02  YOU MAY ALSO LIKE IT- हिममेधा ब्लॉग उत्तराखण्ड में शिक्षकों को दुर्गम की सेवाओं का दोगुना लाभ मिलना शुरू  इस पड़ौसी राज्य में अब सहायक अध्यापक भी बन सकेंगे प्रधानाचार्य  प्रोजेक्ट कार्य सामाजिक विज्ञान- यूरोप में समाजवाद और रुसी क्रांति  सीबीएसई परीक्षा में स्कूल ने गलती से छात्रा को दे दिए जीरो मार्क्स, अब कोर्ट ने लगाया 30 हजार रूपये का जुर्माना  उत्तराखण्ड बोर्ड ने घोषित की प्रैक्टिकल और बोर्ड परीक्षा की डेट

शिक्षकों की NPS पेंशन में सरकारी बाबुओं की मनमानी ने लगाया शिक्षकों को चूना

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NPS की पेंशन में सामने आया बड़ा झोल  शिक्षकों की NPS पेंशन में भी मनमानी  नेशनल पेंशन सिस्टम (National Pension System - NPS) की शुरुआत भारत में 1 जनवरी 2004 को हुई थी। NPS भारतीय सरकार द्वारा पेंशन प्रणाली को सुधारने और देश के नागरिकों को विभिन्न विकल्पों के साथ पेंशन के लिए निवेश करने का एक माध्यम है। इस प्रणाली के तहत, लोग अपनी वृद्धावस्था में निवेश करके एक निर्धारित धनराशि जमा करके अपनी पेंशन की योजना बना सकते हैं। 2005 से सरकारी कर्मचारियों के वेतन से आहरित धनराशि भी NPS में निवेशित की जाने लगी |  दरअसल मामला मई 2016 से NPS में कटौती करा रहे उन हजारों उत्तर प्रदेश के सहायता प्राप्त सरकारी स्कूलों के शिक्षकों से जुड़ा है जिनके वेतन से लगातार एक निश्चित धनराशि एक अनुपात में बाजार में NPS अंशदान के रूप में निवेशित की जा रही है इनके NPS खाते का लेनदेन भी मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय से ही होता है और इनके वेतन आहरण अधिकारी भी मुख्य शिक्षा अधिकारी ही होते है और उनके माध्यम से ही शिक्षकों के पैसे प्रान अकाउंट में NSDL को ट्रांसफर किये जाते है और उत्तर प्रदेश के  इन  शिक्षकों की सेवानिवृत्त

उत्तराखंड के छात्रों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी

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जापान, जर्मनी और आयरलैंड में मिलेगी नौकरी विदेश  में रोजगार  विदेश रोजगार प्रकोष्ट अगले सप्ताह इन नौकरियों के लिए प्रक्रिया शुरू करने वाला है जिनमे यूनाइटेड किंगडम , जापान जर्मनी और आयरलैंड के लिए उत्तराखंड सरकार के पास डिमांड आयी है लेकिन इसमें उन्ही सुयोग्य छात्रों को अवसर मिलेगा जो जिला सेवा योजन कार्यालय में पंजीकृत है |   उत्तराखंड सरकार ने कई देशों की कई बड़ी कंपनियों के साथ MOU हस्ताक्षर किये हुए है फिर इन कंपनियों की भी एजेंसियां है जो विदेशों में रोजगार के लिए छात्रों का चयन करती है और उन देशों की बोली जाने वाली भाषा की ट्रेनिंग भी देती है ,इन्ही के माध्यम से नर्सिंग कोर्स के इच्छुक छात्र जिन्होंने अपनी सरकार पोर्टल पर अपना नाम पंजीकृत किया हुआ है उनके लिए ये एक बड़ा अवसर है |  आवेदन के बाद चयनित छात्रों को कौशल विकास और सेवायोजन विभाग के विदेश रोजगार प्रकोष्ट सहसपुर देहरादून में विदेशी भाषा की ट्रेनिंग भी दी जाएगी इसके बाद एक अंतिम परीक्षा होगी और राज्य सरकार चयनित लोगों को विदेश भेजने का काम करेगी , इसके लिए 50 वर्ष तक के मेडिकल फील्ड के अनुभवी व्यक्ति आवेदन कर सकते है इसकी फ

टकीला ,बीयर , वोदका ,वाइन ,रम और विह्स्की के क्या है फर्क

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किससे कितना नशा हो सकता है क्या है फर्क  शराब पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है , लेकिन फिर भी विश्व में एक बड़ी संख्या में लोग इसका सेवन करते है लेकिन इनमे से भी बहुत कम लोग जानते होंगे कि टकीला , बीयर , वोदका ,वाइन ,रम और विह्स्की में क्या अंतर होता है कौन कितना नशा कर सकती है ये सामान्य और रोचक जानकारी है  |  टकीला-    टकीला एक प्रकार की मेक्सिकन शराब होता है और इसकी कुछ मुख्य विशेषताएँ हैं: उत्पादन क्षेत्र : टकीला का मुख्य उत्पादन क्षेत्र मेक्सिको होता है, और इसका उत्पादन मुख्य रूप से जलियल और टकीला आगावे की पौधों से होता है. टकीला का नामांकन केवल विशिष्ट क्षेत्रों में हो सकता है, जैसे कि हालिस्को और जालिस्को वैली क्षेत्र. आगावे : टकीला आगावे पौधों के रस से बनता है, जिसे अगावे कहा जाता है. यह पौधा मुख्य रूप से मेक्सिकन ब्लू एगेव पौधे से बनाया जाता है. आगावे का रस उबालकर फिर फरमेंट किया जाता है, और फिर उससे टकीला बनाई जाती है. अल्कोहोल की मात्रा : टकीला की अल्कोहोल की मात्रा आमतौर पर 38% से 55% तक होती है, लेकिन आमतौर पर इसकी मात्रा 40% से 50% तक होती है. स्वाद और विभिन्न प्रकार :

अनोखी खगोलीय -चन्द्रग्रहण के साथ हंटर मून भी देखें

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सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति भी होगा नजदीक  ग्रहण के साथ हंटर मून भी देखें  "Hunter's Moon" (हंटर मून) एक चंद्रमा फेज होता है और यह पूर्णिमा के चंद्रमा की प्राकृतिक वैशिष्ट्यों का एक प्रकार होता है। पूर्णिमा के चंद्रमा को हिन्दी में "पूर्णिमा" या "पूर्णिमा का चंद्रमा" कहा जाता है, लेकिन कुछ जगहों पर इसे "हंटर मून" भी कहा जाता है। हंटर मून का नाम उसके पूर्णिमा के चंद्रमा के विशिष्ट चाँदी रंग की बजाय, अन्य पूर्णिमा के चंद्रमा की तरह प्राथमिक रूप से तेजी से बढ़ते हुए हिस्सों की प्रकृति की तरह बताया जाता है। इस नाम का उपयोग ज्यादातर ग्रंथों और कला में किया जाता है और यह चंद्रमा के पूर्णिमा के चरण को सुंदरता के साथ व्यक्त करने के लिए किया जाता है। 28 और 29 अक्टूबर को चाँद धरती की छाया से होकर गुजरेगा इस दौरान भारत, रूस ,इटली ,जर्मनी ,ब्रिटैन, दक्षिणी अफ्रीका और अल्जीरिया जैसे देशों में आंशिक चंद्र ग्रहण दिखाई देगा , इस बीच दो अद्भुत खगोलीय घटनाएं भी घटित होंगी इस दौरान अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम में हंटर मून दिखाई देगा तो वहीँ इससे कुछ देर पहले सौरमंडल