चार धाम के बाद अब उत्तराखंड के इस धार्मिक स्थल पर रील बनाना हुआ प्रतिबंधित
चार धाम के बाद अब उत्तराखंड के इस धार्मिक स्थल पर रील बनाना हुआ प्रतिबंधित
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धार्मिक स्थल पर रील बनाना हुआ प्रतिबंधित |
उत्तराखंड एक पर्यटन राज्य होने के साथ ही साथ एक धार्मिक मान्यताओं वाला राज्य भी है यहाँ पर लाखों लोग हर वर्ष तीर्थयात्रा करने आते है इनमे बदरीनाथ , केदारनाथ , गंगोत्री और यमुनोत्री प्रमुख स्थल है लेकिन लोगों के लिए ये स्थान अब धार्मिक स्थान के साथ ही मौज मस्ती और यू ट्यूब कंटेंट का प्रमुख श्रोत भी बन गए है इसके बाद सभी के पास स्मार्ट फ़ोन की उपलब्धता ने तो जैसे इनके सपनो को पंख ही लगा दिए है एक अलग ही वर्ग पूजा अर्चना को छोड़कर अपने कैमरे या मोबाइल से रील बनाने में ही लीन प्रतीत होता है उसके लिए आस्था दूसरे दर्जे पर आती दिखाई देती है और सबसे बड़ी बात इससे दूसरे श्रद्धालुओं को भी परेशानी होती है रास्ते में अनावश्यक भीड़ हो जाती है या रास्ता अवरुद्ध हो जाता है जो किसी भी प्रकार से उचित नहीं है |
चार धामों की यात्रा में ऐसे लोगों की करतूतों के कारण निकासी और आवागमन में अवरोध उत्पन्न होता है साथ ही ये कार्य दूसरों के लिए अव्यवस्था का कारण बनता है इसलिए सरकार ने चार धाम यात्रा में मोबाइल या कैमरे से बनाई जाने वाले किसी भी प्रकार के रील पर प्रतिबन्ध लगा दिया है , इसी तर्ज पर अब हरिद्वार में भी बढ़ती हुई भीड़ व अव्यवस्थाओं के कारण हरिद्वार के प्रमुख देवस्थलों पर ये नियम लागू कर दिया गया है श्री गंगा समिति , मनसा देवी ट्रस्ट , अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद् ने भी मंदिर परिसर में रील बनाने पर रोक लगा दी है पकडे जाने पर कार्यवाही की जाएगी |
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