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वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए विभागीय आय व्ययक तैयार किये जाने के सम्बन्ध में

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वित्तीय वर्ष 2025-26  के लिए विभागीय आय व्ययक  पेज 01  पेज 02  YOU MAY ALSO LIKE IT- हिममेधा ब्लॉग उत्तराखण्ड में शिक्षकों को दुर्गम की सेवाओं का दोगुना लाभ मिलना शुरू  इस पड़ौसी राज्य में अब सहायक अध्यापक भी बन सकेंगे प्रधानाचार्य  प्रोजेक्ट कार्य सामाजिक विज्ञान- यूरोप में समाजवाद और रुसी क्रांति  सीबीएसई परीक्षा में स्कूल ने गलती से छात्रा को दे दिए जीरो मार्क्स, अब कोर्ट ने लगाया 30 हजार रूपये का जुर्माना  उत्तराखण्ड बोर्ड ने घोषित की प्रैक्टिकल और बोर्ड परीक्षा की डेट

ह्यड्रोपोनिक्स - पर्यावरण , स्वास्थ्य व पैसा एक साथ

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ह्यड्रोपोनिक्स - पर्यावरण , स्वास्थ्य  व पैसा एक साथ    पर्यावरण के साथ स्वास्थ्य व पैसा कितना सुन्दर विचार है , आज हम आपको खेती की  एक ऐसी विदेशी टेक्नीक जो धीरे धीरे भारत में भी लोकप्रिय होती जा रही है, के बारे में बताने जा रहे है  रेगिस्तानी भागों जैसे सऊदी अरब व  इज़राईल जैसे देशो से भारत में ह्यड्रोपोनिक्स खेती तेजी से लोकप्रिय हो रही है इसकी सबसे बड़ी विषेशता ये है कि बहुत कम पानी व बिना मिट्टी के होने वाली इस खेती को आप अपने घर की छत पर भी कर सकते है मिट्टी का प्रयोग नहीं होने  कारण इसमें वजन भी होता है इसे अपनी बालकनी में भी किया जा सकता है  . शुरुवात कैसे करे-   खेती के लिए एक pvc पाइप व वाटर टैंक का सेटअप तैयार करना होता है जिसमे वाटर मोटर की मदद  से पानी में घुलनशील पोषक तत्व जैसे पोटाश ,कैल्शियम ,मैग्नीशियम ,सल्फर ,जिंक ,कॉपर व मैगनीस को  रसायन की तरह पानी में घोलकर पाइप के द्वारा पौधे में पहुचांए जाते है छोटे तत्व व बड़े तत्व को पौधे में कम से कम तीन दिनों के अंतर पर देना चाहिए जिससे  पौधे अपना पोषण पूरी तरह से ग्रहण कर सके  ये पौधे  pvc पाइप में बने छोटे छेद