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मई 21, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए विभागीय आय व्ययक तैयार किये जाने के सम्बन्ध में

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वित्तीय वर्ष 2025-26  के लिए विभागीय आय व्ययक  पेज 01  पेज 02  YOU MAY ALSO LIKE IT- हिममेधा ब्लॉग उत्तराखण्ड में शिक्षकों को दुर्गम की सेवाओं का दोगुना लाभ मिलना शुरू  इस पड़ौसी राज्य में अब सहायक अध्यापक भी बन सकेंगे प्रधानाचार्य  प्रोजेक्ट कार्य सामाजिक विज्ञान- यूरोप में समाजवाद और रुसी क्रांति  सीबीएसई परीक्षा में स्कूल ने गलती से छात्रा को दे दिए जीरो मार्क्स, अब कोर्ट ने लगाया 30 हजार रूपये का जुर्माना  उत्तराखण्ड बोर्ड ने घोषित की प्रैक्टिकल और बोर्ड परीक्षा की डेट

जलवायु परिवर्तन

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 भारत में जलवायु परिवर्तन और उसका प्रभाव  जलवायु परिवर्तन जलवायु परिवर्तन का अर्थ- जलवायु परिवर्तन का अर्थ होता है कि पृथ्वी के वातावरण में सामान्य जलवायु पैटर्न में बदलाव हो रहा है। यह मानव गतिविधियों, प्राकृतिक प्रक्रियाओं, और पर्यावरणीय कारकों के परिणामस्वरूप होता है। जलवायु परिवर्तन का कारण मुख्य रूप से जल, हवा, और मौसम प्रणाली में बदलाव होना है। यह बदलाव समुद्री स्तर में वृद्धि, वायुमंडलीय गतिविधियों में परिवर्तन, तापमान में वृद्धि, बारिश के पैटर्न में परिवर्तन और जीवनीय विविधता में प्रभाव जैसे अनेक परिणामों को जन्म देता है। जलवायु परिवर्तन वैज्ञानिकों और विश्वस्तरीय संगठनों द्वारा गहनतापूर्वक अध्ययन और मॉनिटर किए जा रहे हैं क्योंकि इसका मानव समाज, प्राकृतिक प्रणालियों, और आर्थिक विकास पर बहुत महत्वपूर्ण प्रभाव होता है। भारत में जलवायु परिवर्तन का प्रभाव और ग्रीनहाउस प्रभाव दो अलग-अलग मुद्दों को संबोधित करते हैं। हम पहले जलवायु परिवर्तन के प्रभाव पर चर्चा करेंगे। जलवायु परिवर्तन का प्रभाव: तापमान वृद्धि: भारत में जलवायु परिवर्तन के कारण तापमान में वृद्धि हुई है। इसके परिणामस्वरूप,

स्कूलों में डमी प्रवेश पर कर‌ सकता है कि सीबीएसई सख्त कार्रवाई

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एफिलिएटेड स्कूलों में एक सत्र में तीन बार जांच करेगा सीबीएसई  सीबीएसई क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून  आजकल प्रतियोगिता का दौर है और छात्रों को प्रतियोगिता को फाइट करने के लिए कोचिंग की सहायता लेनी पड़ती है जिसके लिए अभिभावक स्कूलों में सामान्य से अधिक फीस देकर अपने अपने पाल्य को स्कूलों में डमी प्रवेश दिला देते है जिसको लेकर अब सीबीएसई ने सख्त रुख अपना लिया है डमी नामांकन को लेकर सीबीएसई के नियम अब पहले से ज्यादा सख्त हो गए है अब बोर्ड साल में कई बार नामांकन डाटा एनालिसिस करेगा , स्कूलों को अब ऑनलाइन पोर्टल सरस और ओएसिस पोर्टल पर शिक्षकों के साथ साथ छात्रों की संख्या भी दर्शानी होगी , 11 वी में नामांकन के बाद 12 वी का परीक्षा फॉर्म भरने के बीच सीबीएसई इनकी तीन बार जाँच करेगा , स्कूलों में कितने छात्र नामांकित हुए ,12 वी कक्षा में कितने नामांकन हुए और परीक्षा फॉर्म कितने छात्रों ने भरे , सीबीएसई बोर्ड इस बात की भी गहनता से जाँच करेगा |  सीबीएसई की और से स्कूलों को स्पष्ट निर्देश दिए गए है कि यदि छात्र संख्या निचली कक्षा के अनुपात में नहीं होगी तो किसी भी तरह से डमी प्रवेश की अनुमति नहीं दी

THE RISE OF NATIONALISM IN EUROPE- HISTORY

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  THE RISE OF NATIONALISM IN EUROPE- HISTORY LESSION 1 HISTORY QUESTION NO. 1    WHAY DID NATIONALIST TENSION EMERGE IN THE BALKANS.? ANSWER -1 The spread of romantic nationalism: In the early 19th century, a new ideology called romantic nationalism began to spread throughout Europe. Romantic nationalism emphasized the importance of national identity and culture, and it inspired many people in the Balkans to demand independence from the Ottoman Empire. The decline of the Ottoman Empire: The Ottoman Empire had ruled the Balkans for centuries, but it was beginning to decline in the 19th century. This decline created a power vacuum in the region, which allowed nationalist groups to flourish. The involvement of the Great Powers: The Great Powers, including Russia, Austria-Hungary, and Germany, were also interested in the Balkans. They all had their own strategic interests in the region, and they often intervened in Balkan affairs. This intervention only served to further complicate the s

गर्मी की छुट्टी में इस बार नहीं मिलेगा बच्चों को होमवर्क

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SUMMER VACATION-होमवर्क की जगह मोबाइल व्रत, नैतिकता का पाठ HOLIDAYS  हरियाणा के सरकारी प्राइमरी स्कूलों में इस बार गर्मी की छुट्टी में बच्चों को भारी भरकम होमवर्क से छुट्टी देने की तैयारी की जा रही है हरियाणा सरकार के शिक्षा विभाग की और से जारी एक सूचना के अनुसार इस बार छात्रों को अकादमिक होमवर्क के स्थान पर लर्निंग होमवर्क और नैतिक सीख के साथ साथ मोबाइल व्रत और टेलीविजन से दूर रहने का होमवर्क दिया गया जा रहा है जिससे छात्र दैनिक जीवन में पारम्परिक तालमेल और रिश्तों नातों की समझ को विकसित कर सकेंगे, ग्रीष्मकाश को सेक्शंस में बांटा गया है जिसमे बच्चो को DO AND DO NOT होमवर्क दिया गया है जैसे खाना खाते समय टेलीविजन और मोबाइल से दूर रहना और अपने परिवार के दस लोगों के फ़ोन नंबर याद रखना अपने पैतृक गांव की सैर करना अपने दादा दादी या ताऊ ताई के साथ समय बिताना उनसे कहानी सुनना जैसे कार्य होमवर्क में दिए गए है |  प्रयोगात्मक और व्यवहारिक शिक्षण पर जोर  छात्रों को अपने घर के बड़े लोगों के साथ रहने उनसे बात करने के साथ साथ अपने गांव और शहर का नाम याद करना पिन कोड याद करना , घर की रसोई में रखे मसाल

हरिद्वार मे पॉड टैक्सी का विरोध

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  जानें  बिना ड्राइवर के कैसे दौड़ेगी पॉड टैक्सी  पॉड टैक्सी  उत्तराखण्ड मेट्रो रेल कारपोरेशन के हाल ही में दो नए प्रोजेक्ट उत्तराखंड के लिए सबसे उत्साहजनक प्रतीत हो रहे है जिनके पूरा होने से निश्चित रूप से उत्तराखण्ड को राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एक नई पहचान मिलेगी और उत्तराखण्ड के पर्यटक उद्योग को  भी गति मिलेगी पहला प्रोजेक्ट राज्य की राजधानी देहरादून में नियो रेल प्रोजेक्ट है जो जल्दी ही गतिमान होने की उम्मीद है दूसरा चर्चित प्रोजेक्ट हरिद्वार जनपद में हरिद्वार शहर में पॉड टैक्सी प्रोजेक्ट है जिसको लेकर  उत्तराखण्ड मेट्रो रेल कारपोरेशन ने टेंडर भी नोटिस किये है और बजट भी आवंटित कर दिया है इस प्रोजेक्ट का रुट भी निर्धारित कर दिया गया है |   जल्दी ही राज्य सरकार की प्रस्तावित  पर्सनल रैपिड ट्रांजिट यानि पॉड टैक्सी दौड़ती नजर आएगी,  उत्तराखण्ड मेट्रो रेल कारपोरेशन का इसके पीछे यह तर्क है कि हरिद्वार में बढ़ती भीड़ की पॉड टैक्सी के जरिये मैनेज किया जा सकेगा |  बिना ड्राइवर की गाड़ी पॉड  टैक्सी पॉड टैक्सी में कोई ड्राइवर नहीं होता है ये एक ऑटोमैटिक केंद्रीय नियंत्रण प

जून 2024 में भीषण गर्मी के लिए रहे तैयार- अल नीनो प्रभाव

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डूब सकती है भारत सहित विश्व की 3 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी  अल नीनो प्रभाव     नीनो साइंस के शोध के अनुसार भारत सहित कई  देशों में इस बार सूखे की दशा बन सकती है अल नीनो के कारण 1982 -83 और 1997 में कुल मिलाकर 11 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान देखा गया था इसका असर 2016 में भी देखा गया था 2016 के वर्ष  को अब तक सबसे गर्म वर्ष के रूप में जाना जाता है |  अल नीनो क्या है भारत पर इसका क्या प्रभाव है- एल नीनो एक ग्लोबल मौसमी घटना है जो मुख्य रूप से प्रशांत महासागर में होती है और सामुद्रिक और आबादी क्षेत्रों पर प्रभाव डालती है। यह वार्षिक तापमान, वर्षा और हवा की व्यवस्था पर प्रभाव डालती है। एल नीनो के दौरान प्रशांत महासागर के सतही जल का तापमान असामान्य रूप से बढ़ जाता है और इसके परिणामस्वरूप वायुमंडलीय परिवर्तन होते हैं। इसका प्रमुख परिणाम है कि एल नीनो वर्षा प्रणाली पर प्रभाव डालता है और विभिन्न भागों में अनियमित वर्षा के कारण प्राकृतिक आपदाओं का कारण बन सकता है। भारत पर एल नीनो का प्रभाव विभिन्न तरह से दिख सकता है। एक उदाहरण है कि एल नीनो के दौरान भारतीय मानसून प्रणाली पर प्रभाव डालता है और वर्षा

जानें नयी भारत की संसद के बारे में

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 नई संसद का 28 मई 2023 को होगा उदघाटन सेंट्रल विस्टा  टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड के द्वारा भारत का नया संसद भवन आत्मनिर्भर भारत की एक नई पहचान होगा जिसे लगभग 22 महीनों की अवधि में वर्तमान संरचना के बगल में बनवाया जा रहा है ,ये चार मंजिला ईमारत लगभग  64500 वर्ग मीटर के आकार में निर्मित होगी जिसके बनने में भारत देश के कई नामी कलाकारों और मूर्तिकारों की सहायता ली गयी है जो इसमें भारत की विभिन्नता में एकता को भी दिखाएगा| राष्ट्रपति भवन से लेकर इंडिया गेट नई पार्लियामेंट बिल्डिंग तक सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट नाम दिया गया है |  नई संसद को राष्ट्रगान से सजाया गया है इसकी छत पर राष्ट्रपति भवन की ही तरह पारम्परिक शैली में फ्रेस्को शैली में पेंटिंग की गयी है ,संसद के अंदर दीवारों पर संस्कृत में श्लोक भी उकेरे गए है ,इसकी निर्माण सामग्री की बात करें तो इसके निर्माण में धौलपुर का विशेष गुणवत्ता वाला पत्थर लगवाया गया है , आंतरिक स्थानों पर सजावट के लिए ग्रेनाइट लाला रंग वाला पत्थर इस्तेमाल किया गया है आंतरिक शोर या हलचल को कम करने के लिए विशेष प्रकार की बनावट और भूकंपरोधी तकनीक अपनाई गयी है |   इस नए सं

गाइडेंस एंड कॉउन्सिलिंग होगी अटल उत्कृष्ट राजकीय इण्टर कॉलेज घोडाखुरी में

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SCERT के निर्देशानुसार कल 24 मई को आयोजित होगी गाइडेंस एंड कौन्सिलिंग  अटल उत्कृष्ट राजकीय इण्टर कॉलेज  घोडाखुरी  अटल उत्कृष्ट राजकीय इण्टर कॉलेज घोडाखुरी में कल दिनांक 24 मई 2023 को गाइडेंस  एंड कॉउन्सिलिंग का आयोजन किया रहा है जिसमे विद्वान शिक्षक और  गाइडेंस  एंड कॉउन्सिलिंग के विशेषज्ञ लोग कक्षा 10 और कक्षा 12 के विद्यार्थियों को  गाइडेंस एंड कॉउन्सिलिंग से जुडी कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ उपलब्ध करवाएंगे जिनका छात्रों को भविष्य  निश्चित रूप  से लाभ होगा |  अटल उत्कृष्ट राजकीय इण्टर कॉलेज  घोडाखुरी  में पिछली बार भी श्री दिनेश चंद्र एसोशिएट प्रोफेसर राजकीय महाविद्यालय नैनबाग से मुख्य अतिथि  में विद्यालय आए थे और उनके वक्तव्य से छात्रों को बहुत प्रेरणा मिली थी |   श्री दिनेश चंद्र एसोशिएट प्रोफेसर राजकीय महाविद्यालय नैनबाग के वक्तव्य के मुख्य अंश  श्री दिनेश चंद्र एसोशिएट प्रोफेसर अटल उत्कृष्ट राजकीय इण्टर कॉलेज घोडाखुरी में आज समग्र शिक्षा अभियान के आलोक में कॉन्सलिंग एंड गाइडेंस कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमे डॉक्टर दिनेश चंद्र एसोशिएट प्रोफेसर राजकीय महाविद्यालय नैनबाग मुख्य कौंस

THE RISE OF NATIONALISM IN EUROPE

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THE RISE OF NATIONALISM IN EUROPE- HISTORY CLASS 10 SOCIAL STUDY QUESTION -1  when did the french revolution take place, exaplain its impacct on europe.? ANSWER- The French Revolution took place from 1789 to 1799. It was a period of radical social and political upheaval in France that had a major impact on France and on Europe as a whole. The revolution began in 1789 with the Storming of the Bastille, when revolutionaries stormed a prison in Paris and released the prisoners. The revolution ended in 1799 with the rise of Napoleon Bonaparte, who established a dictatorship. Here are some of the specific impacts of the French Revolution on Europe: The spread of democratic ideas: The French Revolution inspired other revolutions, such as the Haitian Revolution and the Latin American Wars of Independence. It also led to the rise of Napoleon Bonaparte, who conquered much of Europe and spread the ideas of the French Revolution. The development of human rights: The French Revolution helped to es

सरकारी कर्मचारियों के लिए अब गोल्डन कार्ड में नयी व्यवस्था

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  01 जून से शुरू हो सकती है कैशलैस इलाज योजना   आयुष्मान स्वास्थ्य योजना उत्तराखण्ड सरकार ने अपने राज्य कर्मचारियों और पेंशनरों को आयुष्मान स्वास्थ्य योजना के द्वारा चिकित्सा प्रतिपूर्ति के माध्यम से बेहतर स्वास्थ्य देने के लिए गोल्डन कार्ड योजना जनवरी 2021 से आरम्भ की है जो अभी भी चल रही है इस योजना में राज्य कर्मचारी प्रति माह अपने वेतन से अपने वेतनमान के सापेक्ष एक निश्चित शुल्क कटाते है, इसके पश्चात् कर्मचारी अपने या अपने आश्रित के स्वास्थ्य पर होने वाले खर्च से सम्बंधित चिकित्सा के बिल और डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन प्रपत्र एक निर्धारित फॉर्मेट जिसे अनिवार्यता प्रमाण पत्र कहते है पर भरकर अपने DDO के माध्यम से राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण देहरादून को भेजता है जहां से लगभग 15 से 30 दिन में सरकारी दरों के अनुपात में कर्मचारी द्वारा खर्च किया व्यय उसके बैंक खाते में वापस आ जाता है , इस पूरी प्रक्रिया में लगभग 45 दिन लग जाते है जो इस योजना की सबसे बड़ी समस्या है क्यूकि एक बीमार व्यक्ति को उस समय तुरन्त पैसा मिलना चाहिए या फिर उसे कैशलेश सुविधा मिलनी चाहिए , इसी समस्या का हल निकालने के लिए राज्

विद्या समीक्षा केंद्र के माध्यम से सरकार सुधारेगी स्कूलों की दशा

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शिक्षक और विद्यार्थी के बीच समन्वयक बनेगा विद्या समीक्षा केंद्र  महानिदेशालय शिक्षा उत्तराखंड  डी जी  शिक्षा श्री बंशीधर तिवारी जी के अनुसार विद्या समीक्षा केंद्र ननूरखेड़ा देहरादून में प्रतिनियुक्ति के इच्छुक शिक्षकों से आवेदन मांगे गए है, ये शिक्षा विभाग की एक बड़ी महत्वाकांक्षी योजना है जिसके लिए विभाग कड़े मानक रखकर विद्या समीक्षा केंद्र में प्रतिनियुक्ति मांग रहा है इसके लिए कुल 12 पदों पर प्रतिनियुक्ति मांगी गयी है ये शिक्षक अपने अपने विषयों के विशेषज्ञ और कम्प्यूटर कार्यों में भी दक्ष होंगे |  विद्या समीक्षा केंद्र उत्तराखंड शिक्षा विभाग में शिक्षक और छात्रों की सहायता के लिए बनने वाला अपने आप में सबसे महत्वपूर्ण टेक्निकल केंद्र हो सकता है क्यूकि विभाग इसके माध्यम से विद्यालय स्तर पर कई कार्य ऑनलाइन या सॉफ्टकॉपी के माध्यम से शीघ्रता से कर सकेगा ,विद्या समीक्षा केंद्र के कुछ सामान्य कार्य इस प्रकार से हो सकते है - १- विद्या समीक्षा केंद्र के पास राज्य के सभी स्कूलों के सभी विद्यार्थी और शिक्षकों के आंकड़े ऑनलाइन मोड में उपलब्ध रहेंगे जिनका प्रयोग शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने या प्रशिक्