विद्यालय समय सारिणी,अवकाशों में प्रस्तावित संशोधनों पर अध्यापकों के सुझाव आमंत्रित

चित्र
अभिभावकों , छात्रों और संस्थाध्यक्षों से भी मांगे गए सुझाव  सुझाव आमंत्रित  YOU MAY ALSO LIKE IT- हिममेधा ब्लॉग उत्तराखण्ड में शिक्षकों को दुर्गम की सेवाओं का दोगुना लाभ मिलना शुरू  इस पड़ौसी राज्य में अब सहायक अध्यापक भी बन सकेंगे प्रधानाचार्य  प्रोजेक्ट कार्य सामाजिक विज्ञान- यूरोप में समाजवाद और रुसी क्रांति  सीबीएसई परीक्षा में स्कूल ने गलती से छात्रा को दे दिए जीरो मार्क्स, अब कोर्ट ने लगाया 30 हजार रूपये का जुर्माना  उत्तराखण्ड बोर्ड ने घोषित की प्रैक्टिकल और बोर्ड परीक्षा की डेट

सीबीएसई ने फिर बदला परीक्षा का पैटर्न , 2025 में बोर्ड परीक्षा का प्रश्न पत्र होगा ऐसा

परीक्षा में अब रटकर नहीं हो पायेंगे पास

2025 में बोर्ड परीक्षा का प्रश्न पत्र होगा ऐसा 

2025 से सीबीएसई अपने बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्र के पैटर्न में बड़ा परिवर्तन करने जा रहा है इसके बाद बोर्ड परीक्षा में प्रश्नों को रटकर पास होना थोड़ा कठिन हो जायेगा | यह परिवर्तन परीक्षा के पैटर्न से लेकर मूल्यांकन प्रक्रिया तक में किया जा रहा है , CBSE के द्वारा कक्षा 11 और 12 में हर विषय के कुल अंकों को 100 में से घटाकर 80% कर दिया है बाकि के 20 प्रतिशत अंकों को मार्क्स असेसमेंट ,प्रैक्टिकल परीक्षा और प्रोजेक्ट कार्य के आधार पर दिए जाते है | 

सीबीएसई अब कक्षा 11 और 12 की परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्न , प्रकरण आधारित प्रश्न ,सोर्स आधारित प्रश्न की संख्या को बढ़ाएगा , इसी के साथ साथ कम्पीटेंसी आधारित प्रश्नों का प्रतिशत अब 40 प्रतिशत से बढ़ाकर 50% कर दिया गया है वहीँ लघुउत्तरीय प्रश्नो और विस्तृत उत्तरीय प्रश्नों को जो पहले 40 प्रतिशत आते थे अब उनका प्रतिशत घटाकर 30 प्रतिशत कर दिया गया है चूँकि विस्तृत उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर लिखने के लिए अभिव्यक्ति की आवश्यकता होती है जिसके लिए रटकर भी लिखा जा सकता है लेकिन बहुविकल्पीय प्रश्न , प्रकरण आधारित प्रश्न ,सोर्स आधारित प्रश्न के उत्तर देने के लिए किसी छात्र को अपने विषय की गहरी जानकारी होनी चाहिए और इसके लिए छात्र को अपने विषय को कई बार पढ़ना होगा साथ साथ साइड बुक्स से भी पढाई करनी पड़ती है जिससे उसे अपने विषय का गहरा ज्ञान भी होगा लेकिन रटकर याद करने वाले छात्रों के लिए ये परीक्षा पैटर्न बिल्कुल भी आसान नहीं होने वाला है इसका सबसे बड़ा लाभ ये होगा कि छात्र में चीजों को समझने की आदत विकसित होगी और समझकर अभिव्यक्त करना आसान होता है | 


YOU MAY ALSO LIKE IT-



टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

लोकसभा निर्वाचन में मतदान पार्टियों के मतदेय स्थल पर ठहराव हेतु बिस्तर व्यवस्था नया आदेश

2024 -25 मासिक परीक्षा शैक्षिक पंचाग के सम्बन्ध में

उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा कक्षा 10 ,12 का रिजल्ट होगा कल जारी, ऐसे चेक करें