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अगस्त 13, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए विभागीय आय व्ययक तैयार किये जाने के सम्बन्ध में

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वित्तीय वर्ष 2025-26  के लिए विभागीय आय व्ययक  पेज 01  पेज 02  YOU MAY ALSO LIKE IT- हिममेधा ब्लॉग उत्तराखण्ड में शिक्षकों को दुर्गम की सेवाओं का दोगुना लाभ मिलना शुरू  इस पड़ौसी राज्य में अब सहायक अध्यापक भी बन सकेंगे प्रधानाचार्य  प्रोजेक्ट कार्य सामाजिक विज्ञान- यूरोप में समाजवाद और रुसी क्रांति  सीबीएसई परीक्षा में स्कूल ने गलती से छात्रा को दे दिए जीरो मार्क्स, अब कोर्ट ने लगाया 30 हजार रूपये का जुर्माना  उत्तराखण्ड बोर्ड ने घोषित की प्रैक्टिकल और बोर्ड परीक्षा की डेट

NPS का नया पोर्टल जारी

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सब कुछ मिलेगा ऑनलाइन -शिकायतें और समाधान NPS  अगर आप भी  NPS के अंतर्गत आते है तो ये ब्लॉग आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण हो सकता है , भारत के पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण ने राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली ट्रस्ट में कुछ बेहद खास तरह के बदलाव और सुधार कर इस वेबसाइट को फिर से लांच  किया है, इस बार इसमें कुछ नयी सुविधाओं को भी जोड़ा गया है, ये सुविधाएँ भारत के राष्ट्रीय पेंशन योजना से जुड़े कर्मचारियों और सदस्यों के लिए महत्वपूर्ण है इनका उदेश्य  NPS या राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली और अटल पेंशन योजना की जानकारियों को अपने सभी सदस्यों तक सुगमता के साथ पहुंचाना है |    पहले ये वेबसाइट अधिकांशतः अंग्रेजी में ही उपलब्ध थी अब ये वेबसाइट हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषा में उपलब्ध होगी और इसे लैपटॉप या डेस्कटॉप साथ साथ मोबाइल फ्रेंडली भी बनाया गया है ,यह संशोधित वेबसाइट https://npstrust.org.in वेब एड्रेस पर देखी जा सकती है |  इसमें होम पेज पर NPS खाता  खोलें , पेंशन कैलकुलेटर और NPS होल्डिंग्स देखें जैसे महत्वपूर्ण टैब्स बनाये गए है आप मात्र एक क्लिक से पूरी जानकारी जुटा सकते है ,इसके अतिरिक्त सुविधाओं और

आज परछाई भी छोड़ देगी आपका साथ

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 जीरो शैडो डे - 18 अगस्त  परछाई दिवस  शून्य परछाई दिवस का अर्थ होता है कि जब दिन में एक समय कुछ देर के लिए आपकी परछाई ही गायब हो जाये ,आज शुक्रवार 18 अगस्त 2023 को दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में ज़ीरो शैडो डे रहेगा ,ये एक भौगोलिक घटना है जो हर वर्ष  होती है ,इस घटना  के पीछे सूर्य की किरणों के सीधे पड़ने के कारण व्यक्ति या वस्तु की छाया कुछ देर के लिए दिखाई नहीं देती है ,क्यूकि उस समय सूर्य अक्षांश रेखा के ठीक ऊपर होता है , यह महत्वपूर्ण घटना हर वर्ष कर्क और मकर रेखा के मध्य पड़ने वाले अक्षांश रेखाओं पर ही घटित  होती है |  कर्क रेखा पर यानि 23.5  डिग्री अक्षांश रेखा पर 21 और 22 जून  को प्रत्येक वर्ष दोपहर में परछाई शून्य हो जाती है , इसी प्रकार से २1 और 22 दिसंबर को भी दक्षिण गोलार्ध में भी ऐसी ही भौगोलिक स्त्थिति बन जाती है ,तब कुछ देर के बाद जीरो  डिग्री अक्षांश यानि भूमध्य रेखा से   23.5  डिग्री अक्षांश रेखा के बीच दिनांक, समय और दिन बदलने के साथ साथ  शून्य परछाई की स्थिति भी बदलती रहती है , इस घटना की पुनरावृति इन अक्षांश भागो में  हर वर्ष देखी जा सकती है इसीलिए इस दिन को पूरे भारत म