विद्यालय समय सारिणी,अवकाशों में प्रस्तावित संशोधनों पर अध्यापकों के सुझाव आमंत्रित

चित्र
अभिभावकों , छात्रों और संस्थाध्यक्षों से भी मांगे गए सुझाव  सुझाव आमंत्रित  YOU MAY ALSO LIKE IT- हिममेधा ब्लॉग उत्तराखण्ड में शिक्षकों को दुर्गम की सेवाओं का दोगुना लाभ मिलना शुरू  इस पड़ौसी राज्य में अब सहायक अध्यापक भी बन सकेंगे प्रधानाचार्य  प्रोजेक्ट कार्य सामाजिक विज्ञान- यूरोप में समाजवाद और रुसी क्रांति  सीबीएसई परीक्षा में स्कूल ने गलती से छात्रा को दे दिए जीरो मार्क्स, अब कोर्ट ने लगाया 30 हजार रूपये का जुर्माना  उत्तराखण्ड बोर्ड ने घोषित की प्रैक्टिकल और बोर्ड परीक्षा की डेट

परीक्षाफल सुधार परीक्षा हाईस्कूल और इण्टरमीडिएट

जिज्ञासायें और समाधान 
परीक्षाफल सुधार परीक्षा

सचिव , उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा परिषद् रामनगर (नैनीताल) की और से एक विस्तृत पत्र के माध्यम से परीक्षाफल सुधार परीक्षा हाईस्कूल और इण्टरमीडिएट विषय के बारे में छात्रों और प्रधानाचार्यों की जिज्ञासाओं का समाधान करने के लिए एक प्रयास गया है इसकी विस्तृत जानकारी आप वेबसाइट  www.ubse.uk.gov.in के BOARD EXAMINATION आइकॉन पर भी ले सकते है इसका संक्षिप्त रूप  प्रकार से है -
हाईस्कूल परीक्षाफल सुधार परीक्षा के लिए -
  1.   हाईस्कूल में परीक्षाफल सुधार हेतु परीक्षार्थी कितने विषयों सुधार परीक्षा  शामिल हो सकता है ? 
हाईस्कूल में परीक्षाफल सुधार हेतु परीक्षार्थी अधिकतम दो विषयों में सुधार परीक्षा में शामिल हो सकता है | 

    2 .  हाईस्कूल में परीक्षाफल सुधार परीक्षा हेतु शामिल परीक्षार्थी को क्या कृपांक देय है  ?
हाँ , हाईस्कूल में परीक्षाफल सुधार परीक्षा हेतु शामिल परीक्षार्थी को कृपांक देय है लेकिन इसके लिए बोर्ड के  उत्तीर्णता मापदण्ड लागू किये जायेंगे | 
   3. हाईस्कूल स्तर पर कृपांक देने के क्या मापदण्ड है ?
उत्तीर्णता मापदण्ड के अनुसार परीक्षार्थी को अधिकतम दो विषयों में कुल मिलाकर 08 कृपांक दिए जा सकते है अर्हता के लिए अनिवार्य है कि परीक्षार्थी सम्बंधित विषय में लिखित और प्रयोगात्मक में कुल मिलाकर 25 प्रतिशत अंक प्राप्त करें और कुल अंको का न्यूनतम 33 प्रतिशत होना भी अनिवार्य है | 
   4. क्या दो से अधिक विषयों में भी अनुतीर्ण परीक्षार्थी सुधार हेतु आवेदन कर सकते है ?
हाँ , अधिकतम चार विषयों में अनुतीर्ण परीक्षार्थी भी परीक्षाफल सुधार हेतु आवेदन कर सकते है लेकिन सुधार परीक्षा के बाद वे अन्य अनुतीर्ण विषयों या विषय में उत्तीर्णता मापदण्ड के अनुसार कृपांक पाने के लिए अर्ह हों | 
   5. यदि परीक्षार्थी को परीक्षाफल सुधार परीक्षा में पूर्व की मुख्य परीक्षा में प्राप्त अंकों से कम अंक प्राप्त होते है तो उसके परीक्षाफल पर क्या प्रभाव पड़ेगा ?
कुछ नहीं , यदि परीक्षार्थी को परीक्षाफल सुधार परीक्षा में पूर्व की मुख्य परीक्षा में प्राप्त अंकों से कम अंक प्राप्त होते है तो ऐसे में जिस परीक्षा में उसके अंक अधिकतम होंगे उसी को मुख्य परीक्षा मान लिया जाएगा | 
  6.यदि कोई परीक्षार्थी परीक्षाफल सुधार परीक्षा में आवेदन करता है लेकिन किसी कारणवश परीक्षाफल सुधार परीक्षा शामिल नहीं हो पाता है तो उसके परीक्षाफल पर क्या प्रभाव पड़ेगा ?
कुछ नहीं , यदि कोई परीक्षार्थी परीक्षाफल सुधार परीक्षा में आवेदन करता है लेकिन किसी कारणवश परीक्षाफल सुधार परीक्षा शामिल नहीं हो पाता है तो उसका परीक्षाफल पूर्वतः ही रहेगा | 

इण्टरमीडिएट परीक्षाफल सुधार परीक्षा के लिए-
  1.  इण्टरमीडिएट परीक्षा में परीक्षाफल सुधार हेतु परीक्षार्थी कितने विषयों सुधार परीक्षा शामिल हो सकता है ? 
इण्टरमीडिएट परीक्षा में परीक्षाफल सुधार हेतु परीक्षार्थी केवल एक विषय में सुधार परीक्षा शामिल हो सकता है | 

 2 .इण्टरमीडिएट परीक्षा में परीक्षाफल सुधार परीक्षा हेतु शामिल परीक्षार्थी को क्या कृपांक देय है  ?
हाँ , इण्टरमीडिएट परीक्षा में परीक्षाफल सुधार परीक्षा हेतु शामिल परीक्षार्थी को कृपांक देय है लेकिन इसके लिए बोर्ड के  उत्तीर्णता मापदण्ड लागू किये जायेंगे | 
3. इण्टरमीडिएट परीक्षा में कृपांक देने के क्या मापदण्ड है ?
उत्तीर्णता मापदण्ड के अनुसार परीक्षार्थी को अधिकतम दो विषयों में कुल मिलाकर 08 कृपांक दिए जा सकते है अर्हता के लिए अनिवार्य है कि परीक्षार्थी सम्बंधित विषय में लिखित और प्रयोगात्मक में कुल मिलाकर 25 प्रतिशत अंक प्राप्त करें और कुल अंको का न्यूनतम 33 प्रतिशत होना भी अनिवार्य है | 
4. क्या एक से अधिक विषयों में भी अनुतीर्ण परीक्षार्थी सुधार हेतु आवेदन कर सकते है ?
हाँ , अधिकतम तीन विषयों में भी अनुतीर्ण परीक्षार्थी भी परीक्षाफल सुधार हेतु आवेदन कर सकते है लेकिन सुधार परीक्षा के बाद वे अन्य अनुतीर्ण विषयों या विषय में उत्तीर्णता मापदण्ड के अनुसार कृपांक पाने के लिए अर्ह हों | 
 5. यदि परीक्षार्थी को परीक्षाफल सुधार परीक्षा में पूर्व की मुख्य परीक्षा में प्राप्त अंकों से कम अंक प्राप्त होते है तो उसके परीक्षाफल पर क्या प्रभाव पड़ेगा ?
कुछ नहीं , यदि परीक्षार्थी को परीक्षाफल सुधार परीक्षा में पूर्व की मुख्य परीक्षा में प्राप्त अंकों से कम अंक प्राप्त होते है तो ऐसे में जिस परीक्षा में उसके अंक अधिकतम होंगे उसी को मुख्य परीक्षा मान लिया जाएगा | 
  6.यदि कोई परीक्षार्थी परीक्षाफल सुधार परीक्षा में आवेदन करता है लेकिन किसी कारणवश परीक्षाफल सुधार परीक्षा शामिल नहीं हो पाता है तो उसके परीक्षाफल पर क्या प्रभाव पड़ेगा ?
कुछ नहीं , यदि कोई परीक्षार्थी परीक्षाफल सुधार परीक्षा में आवेदन करता है लेकिन किसी कारणवश परीक्षाफल सुधार परीक्षा शामिल नहीं हो पाता है तो उसका परीक्षाफल पूर्वतः ही रहेगा | 

इसकी विस्तृत जानकारी के लिए आप वेबसाइट www.ubse.uk.gov.in के BOARD EXAMINATION आइकॉन पर अवश्य जाएँ | 

YOU MAY ALSO LIKE IT-

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

लोकसभा निर्वाचन में मतदान पार्टियों के मतदेय स्थल पर ठहराव हेतु बिस्तर व्यवस्था नया आदेश

2024 -25 मासिक परीक्षा शैक्षिक पंचाग के सम्बन्ध में

उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा कक्षा 10 ,12 का रिजल्ट होगा कल जारी, ऐसे चेक करें