PROJECT WORK- विराट हिमालय पर्वत - भारत की दृष्टि से महत्त्व
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विराट हिमालय पर्वत - भारत की दृष्टि से महत्व
हिमालय की आयु के बारे में एक निश्चित संख्या नहीं है, क्योंकि पर्वतमाला की आयु को गणना नहीं किया जा सकता है। हिमालय एक बहुत ही पुराना पर्वत श्रृंग है, जिसकी उत्पति कई करोड़ों वर्ष पहले हुई थी और इसके बनावट में बार-बार परिवर्तन होते रहते हैं।विराट हिमालय पर्वत
हिमालय की आयु को विश्वभर में ज्योलॉजिस्ट्स और वैज्ञानिकों के बीच अध्ययन किया जाता है, और वे इसे विभिन्न वैज्ञानिक तंतु और तकनीकी उपायों से मापन करने का प्रयास करते हैं। हिमालय के उम्र के मापन के लिए कार्बन डेटिंग, गहन खनन, पाथरों के अध्ययन, जीवाश्मों का अध्ययन, और अन्य भूगोलिक और ज्योलॉजिक तंतु प्रयुक्त किए जाते हैं।
इन वैज्ञानिक तंतुओं के प्रयोग से हमें हिमालय के बनावट में कितने वर्षों के बदलाव हुए हैं, और इसकी आयु के अनुमानित लक्ष्य होते हैं, लेकिन यह अनिश्चित होता है और विभिन्न अध्ययनों और मापनों के आधार पर भिन्न-भिन्न मान्यताएं होती हैं।
हिमालय की उत्पति (Origin of the Himalayas):
हिमालय एक प्रमुख पर्वत श्रृंग है जो एशिया के उत्तरी भूभाग में स्थित है और यह दुनिया के सबसे ऊँचे पर्वत श्रृंगों में से एक है। हिमालय की उत्पति के पीछे कई गैरिक और भूगोलिक प्रक्रियाएँ हैं, जो इसे एक अद्वितीय और महत्वपूर्ण भूभाग बनाती हैं।
1. प्लेट तटीय टुकड़ा (Plate Tectonics): हिमालय की उत्पति का मुख्य कारण प्लेट तटीय टुकड़ों की स्थिति है। इस क्षेत्र में भारतीय महाद्वीप की तटीय टुकड़ा और अशियाई टेक्टोनिक प्लेट के मिलन के कारण दोनों प्लेट्स के बीच सख्त आकर्षण शक्ति कार्रवाई करती है।
2. टिब्बती प्लेट (Tibetan Plate): हिमालय की उत्पति के बीच एक और महत्वपूर्ण कारण है टिब्बती प्लेट का बारिक तटीय टुकड़ा। यह प्लेट उत्तरी और दक्षिणी हिमालय के बीच दबाव उत्पन्न करता है और पर्वत श्रृंग को ऊंचा करता है।
3. गोंदवाना महाद्वीप (Gondwana Continent): हिमालय के उत्पति के पीछे एक और महत्वपूर्ण घटक है, जो हैं गोंदवाना महाद्वीप की टुकड़ा। जब गोंदवाना महाद्वीप और लौरेशियन महाद्वीप के मिलन से एशिया का निर्माण हुआ, तो हिमालय के पर्वत श्रृंग भी बने।
4. पर्वत निर्माण (Mountain Building): हिमालय का निर्माण कई मिलकर कार्रवाइयों के परिणामस्वरूप हुआ है, जैसे कि टेक्टोनिक दबाव, भूकम्प, और भूकम्पों के परिणामस्वरूप उत्तरी और दक्षिणी हिमालय की श्रृंग के बनावट में परिवर्तन।
हिमालय की श्रेणियां -
हिमालय, जो एक प्रमुख पर्वतमाला है, विभिन्न श्रेणियों में विभाजित की जा सकती है, जैसे कि उनके स्थान के आधार पर और उनके आयाम के आधार पर:
1. आधार के आधार पर श्रेणियां:
- ग्रेट हिमालयन पर्वतमाला (The Great Himalayas): इस पर्वतमाला की सबसे ऊंची चोटियाँ हैं और इसकी गोदीय क्षेत्र कहलाता है।
- मिड हिमालयन पर्वतमाला (The Middle Himalayas): इस पर्वतमाला को पर्वत चैन की मध्यवर्गीय चोटियाँ कहा जाता है और इसकी ऊँचाई ग्रेट हिमालय और शीतल हिमालय के बीच होती है।
- शीतल हिमालय (The Lesser Himalayas): यह पर्वतमाला मिड हिमालय से नीचे होती है और इसमें अधिकतर प्राकृतिक वनस्पति होती है।
2. आयाम के आधार पर श्रेणियां:
- पुराने हिमालय (The Tethys Himalayas): इस पर्वतमाला की ऊँचाई बड़ी होती है और इसमें कई प्रमुख चोटियाँ होती हैं, जैसे कि नंदादेवी, केदारनाथ, आदि।
- नये हिमालय (The Higher Himalayas): यह पर्वतमाला पुराने हिमालय के ऊपर होती है और इसमें विशेषत: कैलास शिखर, एवरेस्ट जैसी ऊँची चोटियाँ होती हैं।
- शीतल हिमालय के पर्वत (The Sub-Himalayas): यह पर्वतमाला नये हिमालय के नीचे होती है और इसकी चोटियाँ अधिकतर समादारपण की होती हैं।
3. द्वीप के आधार पर श्रेणियां:
- भारतीय हिमालय (Indian Himalayas): यह हिमालय की उत्तरी भाग को कवर करता है और इसमें भारतीय राज्यों के जैसे कि उत्तराखण्ड, हिमाचल प्रदेश, और सिक्किम शामिल हैं।
- नेपाली हिमालय (Nepalese Himalayas): इस हिमालय क्षेत्र में नेपाल के हिस्से शामिल होते हैं और यह चोटियों के लिए प्रसिद्ध है।
- तिब्बती हिमालय (Tibetan Himalayas): यह हिमालय की तिब्बती ओटोनोमस क्षेत्र को कवर करता है और इसका मुख्य भाग तिब्बत में होता है।
हिमालय की यह श्रेणियाँ पर्वतमाला के विभिन्न हिस्सों को प्रतिनिधित करती हैं, और इनमें विभिन्न भूगोलिक, जलवायु और जीवजन्तु जीवन की विशेषता होती है।
हिमालय का भारत की सुरक्षा की दृष्टि से क्या महत्व है
हिमालय भारत की सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, और यह कई प्रमुख कारणों से होता है:
सीमा सुरक्षा: हिमालय पर्वतमाला भारत के उत्तरी सीमा के रूप में कार्य करती है और इसका सबसे महत्वपूर्ण भूभाग पाकिस्तान, चीन, नेपाल, भूटान, और तिब्बत के साथ सम्बंधित है। यह सीमाओं की सुरक्षा और सीमा पर विचार के साथ संबंधित है, और वायुसेना, सशस्त्र पुलिस और सीमा सुरक्षा बल के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है.
ग्रेट हिमालय के सैन्य तंतु: ग्रेट हिमालय क्षेत्र में भारतीय सेना द्वारा सैन्य तंतु स्थापित की गई है, जो सीमा पर सुरक्षा और ग्रेट हिमालय क्षेत्र में भविष्य की आकस्मिकता के खिलाफ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
सीमा विवाद: हिमालय क्षेत्र में भारत के साथ कई पड़ोसी देश हैं, और सीमा विवाद इस क्षेत्र में अक्सर उत्पन्न होते हैं। हिमालय क्षेत्र की सीमाओं का सुरक्षित रूप से प्रबंधन और भूमि सीमा स्पष्टता महत्वपूर्ण है, ताकि सीमा सुरक्षा बनी रहे।
प्राकृतिक आपदाओं का प्रबंधन: हिमालय भारत को आपदाओं के खिलाफ भी सजग रहने की आवश्यकता है, क्योंकि यह इस इलाके में भूकम्प, भूस्खलन, बर्फबारी, बाढ़, भूस्खलन, और भूदंड की आपदाओं के साथ-साथ अन्य प्राकृतिक आपदाओं का भी क्षेत्र है।
जलवायु परिवर्तन के प्रभाव: हिमालय क्षेत्र में जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के साथ उसकी सुरक्षा का मानव जीवन और जीवन धारा के लिए महत्वपूर्ण है।
इन कारणों से हिमालय भारत के लिए एक महत्वपूर्ण सुरक्षा मामला है, और सरकार सीमा सुरक्षा, आपदा प्रबंधन, और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का प्रबंधन करने में सकुशल रहने के लिए निरंतर उन्नत करने का प्रयास कर रही है।
उत्तराखण्ड की दृष्टि से हिमालय का महत्व
प्राकृतिक सौन्दर्य: हिमालय उत्तराखंड के सुन्दर प्राकृतिक सौन्दर्य का हिस्सा है। यहाँ पर श्रीकेदर, बद्रीनाथ, यमुनोत्री, गौरिकुंड, और अन्य धार्मिक और पर्वतीय स्थल हैं जो पर्यटकों के लिए आकर्षक हैं।
जल संसाधन: हिमालय के नाले, झीलें, और नदियाँ उत्तराखंड के प्रमुख जल स्रोत हैं और यहाँ से निकलने वाला पानी उत्तराखंड की जल संसाधन की आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
पार्यवरणीय संरक्षण: हिमालय एक अत्यंत महत्वपूर्ण अखंडीय पार्यवरणीय क्षेत्र है जो जलवायु परिवर्तन के प्रति संवेदनशील है। इसके आधार पर उत्तराखंड से प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन में जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का सामग्री संज्ञान और नियोजन करने के लिए महत्वपूर्ण डेटा और जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
बाढ़ प्रबंधन: हिमालय क्षेत्र बाढ़ों का अधिक प्रभावित होता है, और इसका संरक्षण और प्रबंधन बाढ़ से हुई हानि को कम करने में मदद कर सकता है।
वनस्पति और वन्यजीव संरक्षण: हिमालय क्षेत्र में वनस्पति और वन्यजीव के लिए महत्वपूर्ण बाग़ हैं। इसका संरक्षण वनस्पति और जीवजंतु जीवन के लिए महत्वपूर्ण है और यह वन्यजीव संरक्षण क्षेत्र के रूप में कार्रवाई किया जा सकता है।
खिलाड़ी के खेल: उत्तराखंड में पर्वत प्रदेश के रूप में खिलाड़ी के खेल के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है, और हिमालय के दृश्य सौन्दर्य के बीच खेलों को प्रोत्साहित करता है।
धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्व: हिमालय धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह धार्मिक स्थलों के लिए महत्वपूर्ण है, जैसे कि चार धाम यात्रा, केदारनाथ, बद्रीनाथ, और यमुनोत्री।
हिमालय का उत्तराखंड के लिए महत्व निरंतर बढ़ता है और इसका संरक्षण और सद्गति के लिए महत्वपूर्ण है।
क्या होती है टेक्टोनिक्स प्लेट्स या प्लेट्स विवर्तनिकी
टेक्टोनिक्स प्लेट्स, जिन्हें प्लेट्स विवर्तनिकी भी कहा जाता है, पृथ्वी की ऊपरी तथा तटस्थ मंडली के अधिकांश हिस्सों को आकारिक रूप से विभाजित करने वाले महासागरीय क्षेत्रों में विभाजित हुए हैं। टेक्टोनिक्स प्लेट्स का अध्ययन टेक्टोनिक्स विज्ञान के अंतर्गत किया जाता है और यह अध्ययन पृथ्वी के गर्मी की विद्युतीय प्रवाह, भूकंप, ज्वालामुखी प्रवृत्तियाँ, पर्वत निर्माण, और महासागरीय तटों के परिवर्तन के साथ जुड़ा होता है।
टेक्टोनिक्स प्लेट्स का मुख्य विशेषता यह है कि वे पृथ्वी की कठिन बाह्य मंडली पर चलते रहते हैं और उनके साथी मोटे संघटन और बिखराव के क्षेत्र होते हैं। ये प्लेट्स कभी-कभी आपसी टकराव द्वारा एक-दूसरे के साथ फिसल सकते हैं, जिससे भूकंप और पर्वत निर्माण के प्रक्रियाएँ घटित होती हैं।
इन प्लेट्स की मुख्य प्रक्रिया है प्लेट्स विवर्तन, जिसमें यह प्लेट्स आपस में टकराते हैं, आपसी धक्कों के कारण एक दूसरे से दूर जाते हैं, या एक प्लेट दूसरे पर ऊपर चढ़ सकता है। यह प्रक्रिया पृथ्वी की कठिन बाह्य मंडली के दरारों में से एक है और इसका परिणाम स्थल मंडली पर परिवर्तनीय प्रभावों के रूप में दिखाई देता है, जैसे कि पर्वत निर्माण, भूकंप, और महासागरीय तटों के परिवर्तन।
टेक्टोनिक्स प्लेट्स का अध्ययन भूभौतिक विज्ञान और भूगर्भिक विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण है और इसके माध्यम से हम पृथ्वी की भौतिक संरचना और प्रक्रियाओं को समझ सकते हैं।
हिमालय जैसे कितने मोड़दार पर्वत है -
हिमालय जैसे मोड़दार पर्वत विश्व में कुछ ही होते हैं, और इनमें से कुछ प्रमुख उदाहरण हैं, जैसे:
एल्प्स (Alps): यह पर्वत श्रृंग यूरोप के कुछ हिस्सों में फैला हुआ है, और यह एक प्रमुख पर्वत श्रृंग प्रणाली है जो अल्प्स क्षेत्र के दृश्य को रोचक बनाता है।
एंडेस (Andes): एंडेस पर्वत श्रृंग दक्षिण अमेरिका में स्थित है और यह दुनिया का सबसे लम्बा पर्वत श्रृंग है।
रॉकी पर्वतमाला (Rocky Mountains): यह पर्वतमाला उत्तर अमेरिका में स्थित है और इसके पर्वत श्रृंग बहुत मोड़दार और पुन्जी होते हैं।
अन्डी पेक (Andy Peake): यह पर्वत श्रृंग अंटार्कटिका में स्थित है और इसका एक अत्यंत मोड़दार शिखर है।
कारपैथियन माउंटेंस (Carpathian Mountains): ये पर्वतमाला यूरोप के मध्य भाग में स्थित है और इसमें कई मोड़दार पर्वत श्रृंग होते हैं।
ये केवल कुछ उदाहरण हैं और दुनिया भर में और भी मोड़दार पर्वत हैं, लेकिन हिमालय की तरह इतने मोड़दार और ऊँचे पर्वत श्रृंग अधिकांश जगहों पर पाए जाते हैं।
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