वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए विभागीय आय व्ययक तैयार किये जाने के सम्बन्ध में

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बोर्ड परीक्षा 2024 - बोर्ड परीक्षा के तरीके में बड़ा परिवर्तन

छात्रों से तनाव कम करने की एक और कोशिश- नई शिक्षा नीति

 

बोर्ड परीक्षा 2024

नयी शिक्षा नीति के अंतर्गत केंद्र सरकार ने शिक्षा में अनेक परिवर्तन किये है इनका उदेश्य न केवल शिक्षा व्यवस्था को सरल और रोजगार परक बनाना है बल्कि छात्रों पर से परीक्षा का तनाव भी कम करना है ,इसी क्रम में केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने नयी शिक्षा नीति के अनुसार नया पाठ्यक्रम ढांचा (NCF) भी जारी किया है , केंद्र सरकार इसी अनुक्रम में छात्रों पर से तनाव कम करने के लिए भी प्रतिबद्ध है और निवारण की दिशा में लगातार कार्य कर रही है, इस नियम के इसी सत्र में लागू होने की उम्मीद की जा रही है  | 

नई शिक्षा नीति के अनुसार अब कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षा में भी बड़ा परिवर्तन किया गया है इसके अनुसार अब परीक्षार्थी 10 और 12 की बोर्ड परीक्षा एक ही सत्र में दो बार दे सकेगा ,लेकिन वह दोनों परीक्षाओं में उपस्थित रहे ,ये बिल्कुल भी अनिवार्य नहीं रखा गया है , इसके अनुसार बोर्ड परीक्षा एक सत्र में दो बार होंगी लेकिन यदि कोई परीक्षार्थी अपनी पहली परीक्षा के परीक्षा परिणाम या परीक्षा अंकों से संतुष्ट है तो वह चाहे तो उसी सत्र में होने वाली दूसरी बोर्ड परीक्षा में शामिल होने से मना कर सकता है, लेकिन यदि वह अपने बोर्ड परीक्षा परिणाम से असंतुष्ट है या फिर पहली बोर्ड परीक्षा में वह अनुतीर्ण है इस स्थिति में वह अगर चाहे तो दूसरी बोर्ड परीक्षा में शामिल हो सकता है , इस पुरे कार्यक्रम में सबसे अच्छा नियम जो छात्रों की दृष्टि से परीक्षा के तनाव को कम करने वाला है वह ये है कि दोनों परीक्षा के परिणाम आने पर जिस भी बोर्ड परीक्षा में छात्र के परीक्षा अंक अधिक आएंगे , उस कक्षा में वही उसकी अंतिम बोर्ड परीक्षा मानी जाएगी और उसके अनुसार ही उसे अंक सहप्रमाणपत्र भी परिषद् द्वारा प्रदान किया जाएगा | 

इस पैटर्न के लागू होने से छात्रों के ऊपर से शिक्षा और परीक्षा का दबाव कम हो सकेगा और छात्रों के परीक्षा में असफल होने पर या अपेक्षित परिणाम न आने पर उनके आत्महत्या जैसे अनुचित और संवेदनशील कृत्यों में भी कमी आएगी | 

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