महान हिमालय या उच्च हिमालय
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जानियें- महान हिमालय के बारे में
महान हिमालय |
उच्च हिमालय, एशिया महाद्वीप में स्थित एक पर्वतमाला है जो दुनिया की सबसे ऊँची पर्वतमाला है। यह क्षेत्र नेपाल, भारत, भूटान, चीन, और पाकिस्तान के भूभागों में फैला हुआ है। यहाँ कुछ उच्च हिमालय की विशेषताएँ हैं:
माउंट एवरेस्ट: यह उच्च हिमालय की सबसे ऊँची चोटी है और विश्व की सबसे ऊँची चोटी भी है। इसकी ऊँचाई लगभग 8,848 मीटर (29,029 फीट) है। यह नेपाल और चीन की सीमा पर स्थित है।
शिवालिक पर्वतमाला: यह हिमालय की पूर्वी किनारे पर स्थित है और इसकी ऊँचाई कम होती है। यह बहुतायत में वनस्पति और वन्यजीवों का आवास होता है।
कुलु घाटी: यह एक प्रमुख घाटी है जो हिमालय की पश्चिमी किनारे पर स्थित है। यह एक प्राचीन सभ्यता का केंद्र रहा है और कई प्राचीन शहरों की स्थली यहाँ पर पाई जाती है।
घनत्वपूर्ण वनस्पति और वन्यजीवों का आवास: उच्च हिमालय क्षेत्र में वनस्पति और वन्यजीवों की बहुतायत होती है। यहाँ पर बर्फीले जंगल, घास के मैदान, बर्फ के पहाड़, ग्लेशियर, और बहुत सारे प्रजातियों के पौधे-पौधों का आवास होता है।
जलवायु और पारिस्थितिकीय प्रभाव: उच्च हिमालय क्षेत्र का जलवायु विभिन्न ऊँचाइयों के साथ बदलता रहता है। यहाँ बर्फीले बरसात और गर्मियों के मौसम का परिवर्तन होता है। इसके अलावा, यह विभिन्न जीवों के लिए महत्वपूर्ण पारिस्थितिकीय प्रभाव भी पैदा करता है।
पारम्परिक संस्कृति और धार्मिक स्थल: उच्च हिमालय क्षेत्र भारतीय सभ्यता और धर्म के अद्वितीय स्थलों में से कुछ का घर रहा है। यहाँ पर कई प्रमुख हिन्दू तीर्थस्थल, बौद्ध विहार, और जैन मंदिर स्थित हैं।
भूकंपों का केंद्र: हिमालय क्षेत्र भूकंपों के क्षेत्र में आता है, क्योंकि यह प्लेट टेक्टोनिक्स की सीमा पर स्थित है और यहाँ पर भूकंप आम बात है।
- महान हिमालय में रहने वाली जातियां -
उच्च हिमालय क्षेत्र में विभिन्न जातियाँ और समुदायें बास करती हैं, जिनमें उनकी अपनी विशेष सांस्कृतिक और सामाजिक विशिष्टताएँ होती हैं। यहाँ कुछ उच्च हिमालय क्षेत्र में रहने वाली मुख्य जातियाँ दी गई हैं:
शेर्पा: नेपाल के खुम्बु उपनगर क्षेत्र में रहने वाले शेर्पा समुदाय एक प्रमुख पर्वतारोही समुदाय हैं। वे अक्सर माउंट एवरेस्ट और अन्य पर्वतों के चढ़ाई कामों में शामिल होते हैं।
तिब्बती: तिब्बती जनजाति भारत के लदाख और हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में बास करती है। वे अपनी अनूठी धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं के लिए प्रसिद्ध हैं।
भूटिया: भूटिया समुदाय भारत के सिक्किम, दर्जीलिंग, और अरुणाचल प्रदेश में बास करती है। ये अपनी विशेष भाषा, संगीत, और परंपराओं के लिए प्रसिद्ध हैं।
नागा: नागा समुदाय भारत के नागालैंड राज्य में बास करती है और उनकी विशेष सांस्कृतिक परंपराएँ हैं।
किरात: यह समुदाय भारत, नेपाल, और भूटान के कुछ क्षेत्रों में बास करता है। यहाँ के लोग रिवर्स, याक्ट, और किरात भाषा में बोलते हैं।
गुरुङ: गुरुङ समुदाय नेपाल के पश्चिमी हिमालय में बास करती है और उनकी परंपरागत कृषि और जलवायु संबंधी ज्ञानमान्य है।
लदाखी: लदाख क्षेत्र के लोग जम्मू और कश्मीर राज्य में बास करते हैं और उनकी सांस्कृतिक धरोहर विशेष है
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