पृथ्वी की आंतरिक संरचना का विवरण
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पृथ्वी की आंतरिक संरचना
पृथ्वी की आंतरिक संरचना |
पृथ्वी की आंतरिक संरचना उसके विभिन्न तत्वों और लेयरों को वर्णित करती है, जो पृथ्वी की बाह्य पृष्ठ से उसके आंतरिक सर्किट तक व्याप्त होती है। पृथ्वी की आंतरिक संरचना को निम्नलिखित मुख्य भागों में बाँटा जा सकता है:
कोर: पृथ्वी का कोर सबसे भारी और सबसे गर्म भाग है। यह आंतरिक सर्किट का सबसे भीतरी भाग होता है और तापमान इसमें लाखों डिग्री सेल्सियस तक पहुंचता है। कोर को धातुओं और अलॉयों का मिश्रण माना जाता है और इसमें निकल, आयरन, और सल्फर जैसे तत्व पाए जाते हैं।
मान्टल: कोर से ऊपर मान्टल होता है, जो कोर के बाद दूसरा सबसे भारी भाग होता है। यह लावीय और गैसी द्रवों से बना होता है, और इसका तापमान कोर से कम होता है लेकिन फिर भी बहुत उच्च रहता है। मान्टल दो हिस्सों में बाँटा जाता है - ऊपरी मान्टल और निचला मान्टल।
क्रस्ट: मान्टल से ऊपर, पृथ्वी की पत्थरी तह से बना हुआ पत्तीदार भाग है जिसे क्रस्ट कहते हैं। यह पृथ्वी का सबसे पतला और ठंडा भाग होता है जो लगभग 5-70 किलोमीटर मोटा होता है।
आवृत्ति: क्रस्ट के बाहर आवृत्ति होती है, जिसमें वायुमंडल, बादल और मृदाघनीय पदार्थ आते हैं। यह पृथ्वी का सबसे पतला भाग होता है जो समुद्र से ऊंचाई पर्याप्त होती है ताकि जीवन संभव हो सके।
पृथ्वी की आंतरिक संरचना विज्ञान के लिए एक रोचक विषय है और इसके अध्ययन से हम पृथ्वी के विकास और जीवन के संरचना को समझने में मदद मिलती है।
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