विद्यालय समय सारिणी,अवकाशों में प्रस्तावित संशोधनों पर अध्यापकों के सुझाव आमंत्रित

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अभिभावकों , छात्रों और संस्थाध्यक्षों से भी मांगे गए सुझाव  सुझाव आमंत्रित  YOU MAY ALSO LIKE IT- हिममेधा ब्लॉग उत्तराखण्ड में शिक्षकों को दुर्गम की सेवाओं का दोगुना लाभ मिलना शुरू  इस पड़ौसी राज्य में अब सहायक अध्यापक भी बन सकेंगे प्रधानाचार्य  प्रोजेक्ट कार्य सामाजिक विज्ञान- यूरोप में समाजवाद और रुसी क्रांति  सीबीएसई परीक्षा में स्कूल ने गलती से छात्रा को दे दिए जीरो मार्क्स, अब कोर्ट ने लगाया 30 हजार रूपये का जुर्माना  उत्तराखण्ड बोर्ड ने घोषित की प्रैक्टिकल और बोर्ड परीक्षा की डेट

दुनिया दीवानी चाँद की

चन्द्रयान-3 अभियान

दुनिया दीवानी चाँद की 

 असफलता अवरोध नहीं है यह केवल ये बताती है कि पुनः नए सिरे से प्रयासों को किया जाये ,चन्द्रयान-2 की असफलता ने भारतीय वैज्ञानिकों को नए उत्साह से पुनः प्रयासों के लिए प्रेरित किया जिसका परिणाम चन्द्रयान -3 है | 

चन्द्रयान -3 के तीन फेस है ओर्बिटर ,लैंडर और रोवर , ओर्बिटर का कार्य चन्द्रयान -3 को चाँद की कक्षा तक स्थापित करना है ,लैंडर का कार्य चन्द्रयान -3 की चाँद पर सॉफ्ट लैंडिंग करवाना है जो सबसे कठिन कार्य है इसके लिए इसमें चार थ्रस्टर लगाए गए है जो चन्द्रयान -3 की गति को 5000 मीटर प्रति सेकंड से घटाकर 10 मीटर प्रति सेकंड पर लाएंगे और ये कार्य करने के लिए थ्रस्टर के पास कुछ ही सेकंड का समय होगा, चन्द्रयान - 2 में पांच थ्रस्टर लगाए गए थे जबकि चन्द्रयान -3 में केवल चार थ्रस्टर लगाए गए है, इसमें कई प्रकार के सेंसर जैसे आल्टोमीटर जो दूरी और समय के बीच कोआर्डिनेट करेंगे ,एक और सेंसर जो लैंडिंग के लिए दक्षिणी भाग पर सही सतह खोजेगा, भी लगाए गए गए है , तीसरा फेस रोवर है जिसका नाम विक्रम साराभाई के नाम पर विक्रम रखा गया है रोवर लैंडर के अंदर  फिट रहता है ये लैंडिंग के बाद ऑटोमॅटिकली ऑपरेट करता है | 

एक और सबसे बड़ी समस्या जो बताई जा रही है वो है मून डस्ट का उड़ना, चाँद पर अक्सर तूफ़ान आते रहते है  , जब चार चार थ्रस्टर लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग के लिए प्रयास कर रहे होंगे ,तब सबकी सांसे इस बात पर भी अटकी होंगी कि लैंडिंग सतह पर थ्रस्टर के कारण कितनी धूल उड़ेगी , और ये धूल कैमरे के लैंस पर कितना प्रभाव डालेगी | 


चाँद पर कौन से खनिज पदार्थ मिलने की सम्भावना है

चाँद पर कई प्रकार के खनिज पदार्थ मिलने की सम्भावना है, जो विभिन्न गतिशीलता और विज्ञानिक अनुसंधान से प्राप्त की गई है। यहां कुछ मुख्य खनिज पदार्थ दिए गए हैं जिनके मिलने की सम्भावना है:

  1. हेलियम-3 (Helium-3):

  2. चाँद पर हेलियम-3 खनिज पदार्थ की सम्भावना है, जो विद्युत उत्पादन में उपयुक्त होता है, विशेषकर तरंगचालकों के रूप में।

  3. सिलिकेट खनिज:

  4. चाँद पर अलग अलग प्रकार के सिलिकेट खनिज पदार्थ जैसे कि फेल्डस्पार, पिरोक्लेस्ट, और अन्य सिलिकेट मिलने की सम्भावना है।

  5. आक्साइड्स और सल्फाइड्स:


  6. चाँद पर कई आक्साइड्स (जैसे कि आलूमिनियम आक्साइड) और सल्फाइड्स (जैसे कि अयानाइट) खनिज पदार्थ भी मिल सकते हैं।

  7. आयरन (Iron) और निकल (Nickel):

  8. चाँद की सतह पर आयरन और निकल के खनिज पदार्थ मिलने की सम्भावना है, जैसे कि कामिएट खण्डों में देखा गया है।

  9. प्लेटिनम और पैलेडियम:

  10. ये खनिज पदार्थ भी चाँद पर मिल सकते हैं, जिनका उपयोग उच्चतम गुणवत्ता वाले उपकरण और विज्ञानिक अनुसंधान में किया जा सकता है।

  11. विविध मिनरल्स:

  12. चाँद पर विभिन्न प्रकार के मिनरल्स भी मिल सकते हैं, जिनका विश्लेषण और अध्ययन चाँद की गहराईयों की समझ में मदद कर सकता है।

यह सभी खनिज पदार्थ चाँद की भूमि पर पाए जाने के प्रतिबिम्ब हैं और इनका अध्ययन आगामी अंतरिक्ष मिशनों और वैज्ञानिक अनुसंधान से जुड़ा है|

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