उत्तराखंड में बैग फ्री डे के बाद अब बैग का वजन घटाने पर सरकार ने लिया फैसला
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सत्र 2024-25 से लागू होगा नियम
अब बैग का वजन घटाने पर सरकार ने लिया फैसला |
उत्तराखंड शिक्षा विभाग विद्यालयी शिक्षा में नित नए नए प्रयोग कर रहा है अपने पिछले निर्णय में विभाग ने नियम जारी किया था कि नए शैक्षिक सत्र से राज्य के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में एक शैक्षिणिक सत्र में दस दिन बैग फ्री डे मनाएंगे यानि हर महीने के आखिरी शनिवार को बैग फ्री दिवस मनाया जायेगा इस दिन छात्रों को बिना बैग के स्कूल आना है उस दिन स्कूल उनके लिए किसी विशिष्ट व्यक्ति से वार्ता या प्रयोगात्मक स्तर पर चीजों को छात्रों को सीखाने का प्रयास करेगा इस दिन छात्रों को कुछ घंटे खेल के लिए भी दिए जा सकते है इसके साथ ही स्कूल छात्रों को सामाजिक गतिविधियों में शामिल करना और स्कूल के या क्षेत्र के आसपास के स्वरोजगार में लगें लोगों से भी मिलवाकर छात्रों को स्वरोजगार में कार्य करने के लिए भी प्रोत्साहन दे सकता है |
नई शिक्षा नीति 2020 में छात्रों के सर्वांगीण विकास और रोजगार परक शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के लिए सबसे अधिक बल दिया गया है इस दिशा निर्देश के कारण अब शिक्षा विभाग इस संदर्भ में कदम उठा रहा है | NEP के अंतर्गत ही शिक्षा विभाग ने अब छात्रों के बैग के वजन को भी कम करने का निर्णय लिया है विभाग ये मानता है जूनियर स्तर से लेकर सीनियर कक्षाओं तक में बैग के वजन को कम करने की आवश्यकता है विभाग के निर्णय के अनुसार कक्षा 6 से 8 मे पढ़ने वाले छात्रों के बस्ते का वजन 4 किलों से अधिक नहीं होना चाहिए वहीँ कक्षा 9 से कक्षा 12 तक के छात्रों के बैग का वजन 3.5 किलोग्राम से 5 किलोग्राम तक रखा जाना चाहिए | इस वजन को सरकार ने छात्रों की कक्षा पाठ्यक्रम और उम्र के हिसाब से आदर्श वजन माना है विभाग ये भी मानता है कि सप्ताह में पांच दिन पढ़ाई के बाद दो दिन का ब्रेक मिलने से सोमवार को स्कूल आते समय छात्र खुले और ताजा मन के साथ तेजी से पढ़ाई की और अग्रसर होंगे |
NEP के अंतर्गत विभाग छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करने की कोशिशों में लगा है जिससे स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जा सकें और छात्रों को सामाजिक परिवेश से जोड़कर उन्हें सामाजिक मूल्यों को सीखाया जा सकें |
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