इस अध्यापक ने की मोदी की तुलना मोहम्मद गौरी से
- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप
अनएकेडमी के अवध ओझा ने लिया मोदी जी को निशाने पर
ऑनलाइन टीचिंग प्लेटफॉर्म |
लगभग एक महीने पहले की घटना आपको होगी जब एक ऑनलाइन टीचिंग प्लेटफॉर्म अनएकेडमी के एक अध्यापक करण सांगवान ने अपने वादन के दौरान पढ़ाते हुए छात्रों को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विरुद्ध अनुचित और नफरत फ़ैलाने वाली बाते कही थी जिसके बाद तुरंत कदम उठाते हुए करण सांगवान को अनएकेडमी ने नौकरी से निकाल दिया था |
अब पुनः अनएकेडमी के एक दूसरे अध्यापक ने अपने छात्रों को पढ़ाये वादन में फिर से प्रधानमंत्री के लिए कुछ ऐसा कहा है कि जो एक प्रधानमंत्री के पद और गरिमा के लिए न केवल अनुचित है बल्कि उनकी प्रतिष्ठा को भी ठेस पहुंचाने वाला है , किसी भी व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति के बारे में मन कर्म और वचन से सदाचार अपनाते हुए उसकी गरिमा का ध्यान रखना चाहिए , इस नए विवाद में ऑनलाइन टीचिंग प्लेटफार्म अनएकेडमी के अध्यापक अवध ओझा ने एक वीडियो ऑनलाइन शेयर किया गया है जिसमे वो भारत के प्रधानमंत्री जी की तुलना भारत पर आक्रमण करने वाले निर्दयी शासक मोहम्मद गौरी से कर रहे है -
अवध ओझा का पूरा वीडियो को सुनने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
https://drive.google.com/file/d/1CiPeevoN6AGUzzoeakcQ3p8NPdYdJnWE/view?usp=sharing
इस एक मिनट सोलह सेकंड के वीडियो क्लिप में अवध ओझा कह रहे है कि नया संसद भवन मोदी का महल बनेगा, संविधान और विधान सब भंग कर देना चाहिए ये समय है कि वो ताज पहने , मोदी राजतन्त्र और मुग़ल राजतन्त्र तो अब पाठ्यक्रम से हट गया है कोई तो डायनेस्टी पढ़ेंगे हम लोग , कोई बात नहीं मोहम्मद गौरी को भी कोई संतान नहीं थी और भी बहुत कुछ कह बैठे है ओझा साहब इस वीडियो में जो उनकी व्यक्तिगत समझ हो सकता है , लेकिन भारत का हर व्यक्ति उनसे सहमत नहीं हो सकता है |
कौन था मोहम्मद गौरी जिसने भारत पर आक्रमण किया था
मोहम्मद गौरी, जिसका पूरा नाम मोहम्मद ग़ज़नवी (Muhammad Ghaznavi) था, एक ग़ज़नवी तुर्क सुल्तान था और उसने 11वीं और 12वीं सदी के बीच भारत पर आक्रमण किया था। वो भारतीय उपमहाद्वीप के प्रमुख साम्राज्यों में से एक, यानी पाल वंश के पाल राजा जयपाल के खिलाफ अपने आक्रमण को शुरू करने वाले था । मोहम्मद गौरी ने अपने आक्रमणों के दौरान भारतीय सभ्यता के खजाने को लूटा और कई महत्वपूर्ण शहरों को जीता।
उसका प्रमुख आक्रमण 17 दिसंबर 1025 को था, जब उसने सोमनाथ मंदिर पर हमला किया। सोमनाथ मंदिर, गुजरात के सौराष्ट्र में स्थित था और यह हिन्दू धर्म का महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल था। मोहम्मद गौरी ने मंदिर को लूटा और नष्ट कर दिया। मोहम्मद ग़ज़नवी को 11वीं सदी में राजपूत राजा पृथ्वीराज चौहान ने हराया था। पृथ्वीराज चौहान ने मोहम्मद ग़ज़नवी के आक्रमणों का सामना किया और उन्हें विजयी बनाया। पृथ्वीराज चौहान की प्रमुख जीत 1191 ईसा पूर्व के तरैण युद्ध (First Battle of Tarain) में हुई थी, जब उन्होंने मोहम्मद ग़ज़नवी के साथ युद्ध किया और उन्हें पराजित किया।
हालांकि पृथ्वीराज चौहान ने पहले युद्ध में मोहम्मद ग़ज़नवी को हराया, लेकिन दूसरे युद्ध (Second Battle of Tarain) में 1192 ईसा पूर्व के दौरान वह हार गए और मोहम्मद ग़ज़नवी ने उन्हें फिर से पराजित किया|
YOU MAY ALSO LIKE IT-
- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
please do not enter any spam link in the comment box.