कक्षा 8 की छात्रा को कक्षा में पड़ा दिल का दौरा
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कोविड के बाद से बढ़ी है ऐसी घटनाएं , क्या दिनचर्या बनी है परेशानी
सीपीआर (Cardiopulmonary Resuscitation, CPR) |
कुछ समय पूर्व तक कार्डियक अरेस्ट केवल बुजर्ग लोगों को ही हुआ करते थे लेकिन कोरोना महामारी के बाद दिल की बीमारी से जान गवाने वाले लोगो की न केवल संख्या बढ़ी है बल्कि उम्र का अंतर भी कम हुआ है कोरोना के बाद से लोगो की भोजन के प्रति बदली हुई शैली और लाइफस्टाइल भी इसके लिए काफी हद तक जिम्मेदार है |
अभी हाल ही में गुजरात के गोडादरा क्षेत्र में स्थित एक प्राइवेट विद्यालय में कक्षा के अंदर की वीडियो फुटेज वायरल हुई है जिसमे कक्षा में विषयाध्यापिका बच्चो को पढ़ा रही है बारह वर्ष की एक छात्रा आराम से पढ़ाई कर रही है वो संबसे आगे वाली सीट पर बैठी है कुछ देर तक तो सब ठीक ठाक दिखाई दे रहा है लेकिन अचानक वो छात्रा धीरे धीरे आगे की और झुकने लगती है थोड़ी ही देर में वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ती है अघ्यापिका घबराकर उसे होश में लाने की कोशिश करती है लेकिन थोड़ी देर की कोशिश करने के बाद उसे तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती किया जाता है लेकिन छात्रा की जान नहीं बचाई जा सकी|
इस घटना का वीडियो आपको विचलित कर सकता है वीडियो के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
https://drive.google.com/file/d/1C6AKpv7f8SNxUfagYwxMjwGU8bSEBZFn/view?usp=sharing
कार्डियक अरेस्ट के दौरान सीपीआर (Cardiopulmonary Resuscitation, CPR)
कार्डियक अरेस्ट के दौरान सीपीआर (Cardiopulmonary Resuscitation, CPR) एक महत्वपूर्ण और जीवनरक्षक प्रक्रिया है जिसका उद्देश्य व्यक्ति की जीवनसंघ बनाए रखना होता है. यहाँ पर कार्डियक अरेस्ट के दौरान CPR कैसे दी जाती है, इसका संक्षेप में विवरण दिया गया है:
सुरक्षा सुनिश्चित करें: पहले सबसे महत्वपूर्ण चीज है कि आप और ग्राहक (या रोगी) की सुरक्षा सुनिश्चित करें. यदि स्थिति खतरनाक है, तो सुरक्षित स्थान पर ले जाएं और फिर CPR शुरू करें.
सर्कुलेशन की जाँच: रोगी के पल्स की जाँच करें. आपको देखना है कि क्या उनका पल्स है या नहीं. यदि पल्स नहीं है, तो यह कार्डियक अरेस्ट का संकेत हो सकता है.
अपनी सांसें बंद करें: अगर कार्डियक अरेस्ट का संकेत होता है, तो आपको तुरंत CPR शुरू करना चाहिए. आपको रोगी के साथ आपसी संरेखित होना चाहिए.
30:2 या 100:2 की गुणांकन: CPR के लिए आमतौर पर 2 प्रकार का होता है:
- 30:2: 30 छाती की डबल दबाने के बाद 2 मुँह से मुँह की सांस देने का पैटर्न अपनाएं.
- 100:2: 100 छाती की डबल दबाने के बाद 2 मुँह से मुँह की सांस देने का पैटर्न अपनाएं.
छाती की दबाई: छाती को 2-2.4 इंच नीचे की ओर दबाएं, और तबादला के साथ ऐसा करें जैसे कि आप दिल को प्रेस कर रहे हों.
मुँह से मुँह सांस: यदि आप 30:2 का पैटर्न अपना रहे हैं, तो बाद में दो मुँह से मुँह सांस दें. यह सांस बिना दिल के दबाई के की जाती है.
15 -15 मिनट के बाद सीपीआर जारी रखें: CPR को जारी रखें, या तो रोगी की स्थिति में सुधार हो जाने पर या पैरामेडिक्स या डॉक्टर्स की पहुँच जाने पर हो सकता है.
पैरामेडिक्स को आने दें: जब पैरामेडिक्स या डॉक्टर्स पहुँचते हैं, तो वे रोगी की चिकित्सा करेंगे और उनके साथ संपर्क करें
CPR को तुरंत शुरू करना और इसे सही तरीके से करना बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह व्यक्ति की जीवन संरक्षण के लिए कुंजी हो सकता है. CPR की प्रशिक्षण प्राप्त करने का सुझाव दिया जाता है, ताकि आप इसे सही तरीके से कर सकें जब जरूरत हो
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