वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए विभागीय आय व्ययक तैयार किये जाने के सम्बन्ध में

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वित्तीय वर्ष 2025-26  के लिए विभागीय आय व्ययक  पेज 01  पेज 02  YOU MAY ALSO LIKE IT- हिममेधा ब्लॉग उत्तराखण्ड में शिक्षकों को दुर्गम की सेवाओं का दोगुना लाभ मिलना शुरू  इस पड़ौसी राज्य में अब सहायक अध्यापक भी बन सकेंगे प्रधानाचार्य  प्रोजेक्ट कार्य सामाजिक विज्ञान- यूरोप में समाजवाद और रुसी क्रांति  सीबीएसई परीक्षा में स्कूल ने गलती से छात्रा को दे दिए जीरो मार्क्स, अब कोर्ट ने लगाया 30 हजार रूपये का जुर्माना  उत्तराखण्ड बोर्ड ने घोषित की प्रैक्टिकल और बोर्ड परीक्षा की डेट

उत्तराखण्ड में ट्रैफिक जाम से मिलेगी मुक्ति

मुख्यमंत्री जी ने दिए दीर्घकालिक योजना आदेश 

मुख्यमंत्री जी 

पर्यटन उत्तराखण्ड की अर्थव्यवस्था में मुख्य भूमिका निभाता है लेकिन पर्वतीय राज्य होने के कारण यहां परिवहन के साधन सीमित है और उस पर भी आपदा सबसे बड़ी चुनौती बनी रहती है, गर्मी के महीनों में पर्यटक स्थलों पर तो भीड़ इतनी बढ़ जाती है हर जगह ट्रैफिक जाम की समस्या बनी रहती है ,यहाँ तक कि ट्रैफिक डायवर्सन कराना भी कम पड़ जाता है, देहरादून के साथ साथ ऋषिकेश , मसूरी , नैनीताल में हर वर्ष ये समस्या बनी रहती है , इसलिए अब सरकार इसके समाधान के लिए 25 वर्षीय ट्रैफिक प्लान पर काम कर रही है | 

उत्तराखंड सरकार ने इसके लिए राज्य के सभी नागरिकों ओर व्यापारियों से सुझाव आमंत्रित किये है कि पर्यटकों की परेशानी और ट्रैफिक जाम की समस्या का कोई दीर्घकालीन समाधान निकाला जा सकें , मुख्यमंत्री जी ने इसका एक समाधान बताया है कि बाहर राज्य से पर्यटक देहरादून या ऋषिकेश पहुंचे तो वे अपने वाहनों को देहरादून में ही छोड़कर सार्वजनिक वाहनों से मसूरी या अन्य पर्यटक स्थलों घूमने जाएँ लेकिन इसके लिए देहरादून में बडे पैमाने पर पार्किंग और सार्वजानिक वाहनों की संख्या को बढ़ाना होगा , इससे राज्य में रोजगार भी बढ़ेगें  और पार्किंग के लिए ऊँचे पर्वतीय भागों पर दबाव भी घटेगा साथ साथ पर्यावरण प्रदूषण भी नियंत्रित रहेगा  | 

अमेरिका और यूरोप ने ऐसे संभाला ट्रैफिक जाम को-

ट्रैफिक कंट्रोलर 

अमेरिका और यूरोप में ट्रैफिक जाम को कम करने के लिए कई समाधान अपनाए गए हैं। यहां कुछ मुख्य उपायों का उल्लेख किया गया है:

  1. सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग: यूरोप और अमेरिका में सार्वजनिक परिवहन की मात्रा बढ़ाई गई है। उन्नत मेट्रो, बस, रेल और ट्राम प्रणालियों का विस्तार किया गया है ताकि लोग अपनी गाड़ियों की बजाय सार्वजनिक परिवहन का उपयोग कर सकें। इससे ज्यादा लोग एक ही समय पर यात्रा नहीं करते हैं, जिससे ट्रैफिक जाम कम होता है।

  2. साइकिल और पैदल यात्रा: सड़कों पर साइकिल यात्रा और पैदल यात्रा को बढ़ावा दिया गया है। यूरोप के कई नगरों में विशेष साइकिल यात्रा मार्ग और साइकिल शेयरिंग सेवाएं हैं जो लोगों को सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने की बजाय साइकिल यात्रा करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। इससे पर्यावरण के साथ-साथ ट्रैफिक भी कम होता है।

  3. वैकल्पिक कार्पूलिंग: कार्पूलिंग की प्रथा को बढ़ावा दिया जाता है, जिसमें दो या अधिक लोग एक ही गाड़ी में साझा कार्यालय या निकटस्थ स्थानों पर जाते हैं। इससे गाड़ी की संख्या कम होती है और यात्रा के समय में भी बचत होती है।

  4. सड़क योजना और इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास: यूरोप और अमेरिका में सड़क योजना और इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर ध्यान दिया जाता है। यातायात की मात्रा को ध्यान में रखते हुए और जनसंख्या के अनुसार सड़कों को विस्तारित और सुविधाओं को बेहतर बनाया जाता है।

  5. साइबर्सुरक्षा और स्मार्ट यातायात प्रणाली: डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग करके ट्रैफिक प्रबंधन को स्मार्ट बनाने का प्रयास किया जाता है। साइबर्सुरक्षा के साथ सामरिक यातायात प्रणाली, दूरसंचार तकनीक और संगठनों के बीच डेटा साझा किया जाता है ताकि ट्रैफिक की व्यवस्था और समय के अनुकूल साधारित हो सके।

ये थे कुछ सामान्य उपाय जो अमेरिका और यूरोप में ट्रैफिक जाम कम करने के लिए अपनाए गए हैं। हालांकि, ध्यान दें कि यह उपाय स्थानीय सांख्यिकी और यातायात की विशेषताओं पर निर्भर करेंगे और सभी स्थानों पर लागू नहीं होंगे |

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