विद्यालय समय सारिणी,अवकाशों में प्रस्तावित संशोधनों पर अध्यापकों के सुझाव आमंत्रित

चित्र
अभिभावकों , छात्रों और संस्थाध्यक्षों से भी मांगे गए सुझाव  सुझाव आमंत्रित  YOU MAY ALSO LIKE IT- हिममेधा ब्लॉग उत्तराखण्ड में शिक्षकों को दुर्गम की सेवाओं का दोगुना लाभ मिलना शुरू  इस पड़ौसी राज्य में अब सहायक अध्यापक भी बन सकेंगे प्रधानाचार्य  प्रोजेक्ट कार्य सामाजिक विज्ञान- यूरोप में समाजवाद और रुसी क्रांति  सीबीएसई परीक्षा में स्कूल ने गलती से छात्रा को दे दिए जीरो मार्क्स, अब कोर्ट ने लगाया 30 हजार रूपये का जुर्माना  उत्तराखण्ड बोर्ड ने घोषित की प्रैक्टिकल और बोर्ड परीक्षा की डेट

B.Ed. का झंझट खत्म , अब इस कोर्स को करने के बाद बनेंगे अध्यापक

NEP-2020 के तहत अब नए बदलाव

अब इस कोर्स को करने के बाद बनेंगे अध्यापक 

 नई शिक्षा नीति 2020 के तहत अब शिक्षा में नए बदलाव किये जा रहे है इन परिवर्तनों में प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक कई प्रकार के परिवर्तन किये गए है जैसे नेशनल कौंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) की और से प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक  पदों पर भर्ती के लिए अनिवार्य नया प्रोग्राम इंटीग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) लांच करने की तैयारी की जा रही है ये चार वर्षीय पाठ्यक्रम अगले सत्र से लागू किया जा सकता है | इसके लिए विभाग हर वर्ष प्रवेश परीक्षा आयोजित करवाएगा  मेरिट लिस्ट के अनुसार रैंक देकर छात्रों को कॉलेज अलॉटमेंट किया जायेगा  ,सम्बंधित विषय पर अधिक जानकारी के लिए नेशनल कौंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) की ऑफिसियल वेबसाइट ncte.gov .in विजिट कर सकते है | 

पिछले दिनों माननीय उच्चतम न्यायलय के निर्णय के उपरांत प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पद पर बी.एड. डिग्री धारकों की नियुक्ति पर रोक लगा दी गयी थी इसलिए अब नेशनल कौंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) की और से नया प्रोग्राम इंटीग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) लांच किय जा रहा है इस चार वर्षीय पाठ्यक्रम मे छात्र इण्टरमीडिएट उत्तीर्ण करने के बाद एडमिशन ले सकेंगे इस कोर्स को पूरा करने के उपरांत अभ्यर्थी प्राइमरी विद्यालयों के लिए सहायक अध्यापक बनने की योग्यता धारक बन जायेंगे | 

ITEP कोर्स- इंटीग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) कोर्स का उद्देश्य स्कूली ढांचे के अनुरूप शिक्षक को निम्न प्राथमिक, प्राथमिक , जूनियर और माध्यमिक स्तर के लिए तैयार करना है ये पाठ्यक्रम केवल योग्य और पेशेवर लोगों को ही शिक्षा के क्षेत्र में आने का अवसर प्रदान करेगा , इस कोर्स के उपरांत एक छात्र शिक्षा और शिक्षा शास्त्र की नवीन तकनीक व प्रगति , शिक्षा शास्त्र की बारीकियां , ज्ञान ,लोकाचार , सामाजिक मूल्य , भारतीय भाषाओँ और परम्पराओं से गहराई से जुड़ा होगा | 

YOU MAY ALSO LIKE IT-


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

लोकसभा निर्वाचन में मतदान पार्टियों के मतदेय स्थल पर ठहराव हेतु बिस्तर व्यवस्था नया आदेश

2024 -25 मासिक परीक्षा शैक्षिक पंचाग के सम्बन्ध में

उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा कक्षा 10 ,12 का रिजल्ट होगा कल जारी, ऐसे चेक करें