विद्यालय समय सारिणी,अवकाशों में प्रस्तावित संशोधनों पर अध्यापकों के सुझाव आमंत्रित

चित्र
अभिभावकों , छात्रों और संस्थाध्यक्षों से भी मांगे गए सुझाव  सुझाव आमंत्रित  YOU MAY ALSO LIKE IT- हिममेधा ब्लॉग उत्तराखण्ड में शिक्षकों को दुर्गम की सेवाओं का दोगुना लाभ मिलना शुरू  इस पड़ौसी राज्य में अब सहायक अध्यापक भी बन सकेंगे प्रधानाचार्य  प्रोजेक्ट कार्य सामाजिक विज्ञान- यूरोप में समाजवाद और रुसी क्रांति  सीबीएसई परीक्षा में स्कूल ने गलती से छात्रा को दे दिए जीरो मार्क्स, अब कोर्ट ने लगाया 30 हजार रूपये का जुर्माना  उत्तराखण्ड बोर्ड ने घोषित की प्रैक्टिकल और बोर्ड परीक्षा की डेट

Teachers News: नए अटल उत्कृष्ट स्कूल खोलने पर सरकार की चुप्पी

उत्तराखण्ड में नए 135 अटल उत्कृष्ट खोलने पर संशय 

अटल उत्कृष्ट स्कूल खोलने पर सरकार की चुप्पी 

पूर्व शिक्षा मंत्री श्री अरविन्द पाण्डे जी ने उत्तराखंड में विद्यालयी शिक्षा को नयी ऊंचाई तक ले जाने के लिए अटल उत्कृष्ट विद्यालय खोलने की जो पहल की थी वो अब खटाई में पड़ती दिखाई दे रही है , अटल उत्कृष्ट स्कूल के पहले चरण में 189 स्कूल खोले गए थे जिनमे से 187 स्कूलों को सीबीएसई बोर्ड से सम्बद्ध करते हुए शिक्षा को पंख लगाने के प्रयास किये थे , इसके दूसरे चरण में उत्तराखंड सरकार को 135 और अटल उत्कृष्ट स्कूल खोलने थे लेकिन सरकार ने इस मामले पर चुप्पी साध ली है जिसके पीछे कयास ये लगाए जा रहे है कि क्या सरकार अपने निर्णय से पीछे हटेगी | 

सत्र 2021 -2022 में जब अटल उत्कृष्ट स्कूल योजना आरम्भ हुई तो अभिभावकों ने भी इसमें अपनी तरफ से खूब रूचि दिखाई और जनता की रूचि देखते हुए सरकार ने दूसरे चरण में 135 अन्य अटल उत्कृष्ट स्कूल खोलने की घोषणा कर दी थी लेकिन शैक्षिक सत्र 2022-2023 में बोर्ड परीक्षा का प्रतिकूल परीक्षाफल देखकर सरकार अपने फैसले पर पुनः विचार कर सकती है पिछले 18 महीनों से सरकार ने इस मामले पर चुप्पी भी साध रखी है , परीक्षाफल आशा के अनुकूल नहीं आने पर राजकीय शिक्षक संघ भी अटल उत्कृष्ट स्कूलों को वापस उत्तराखण्ड बोर्ड  से जोड़ने की मांग कर रहा है क्योंकि अटल उत्कृष्ट स्कूलों  में शिक्षण व्यवस्था उत्तराखण्ड बोर्ड और सीबीएसई बोर्ड दोनों में उलझ कर रह गयी है जिससे धरातल पर नयी समस्याएं भी उत्पन्न हो गयी है और शिक्षकों पर भी अनावश्यक भार पड रहा है , दूसरी और सरकार इन अटल स्कूलों में आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर भी नहीं जुटा पायी है कहीं शिक्षकों की कमी है तो कही मूलभूत सुविधाओं का अभाव है, लेकिन पूर्व शिक्षा मंत्री श्री अरविन्द पांडेय जी इससे इत्तेफाक नहीं रखते है उनका मानना है किसी भी कार्य में आरम्भ में समस्या आती ही है लेकिन छात्रों की संख्या में वृद्धि होना प्रदेश के छात्रों और अभिभावकों की सीबीएसई बोर्ड में रूचि को दिखाता है इसलिए अटल उत्कृष्ट स्कूल को और अधिक संख्या में खोला जाना चाहिए | 


YOU MAY ALSO LIKE IT-

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

लोकसभा निर्वाचन में मतदान पार्टियों के मतदेय स्थल पर ठहराव हेतु बिस्तर व्यवस्था नया आदेश

2024 -25 मासिक परीक्षा शैक्षिक पंचाग के सम्बन्ध में

उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा कक्षा 10 ,12 का रिजल्ट होगा कल जारी, ऐसे चेक करें