उत्तराखंड में मंत्रियो के अधिकार बढ़ें
अब मंत्री जी लिखेंगे अधिकारियों की वार्षिक गोपनीय आख्या
उत्तराखण्ड में कल हुई धामी सरकार की कैबिनेट बैठक में एक बार फिर से मंत्रियों ने वार्षिक गोपनीय आख्या लिखने के अधिकार का मुद्दा मुख्यमंत्री श्री धामी जी के समक्ष रखा ,कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने A C R सम्बन्धी इस मुद्दे को उठाया , इस मुद्दे को लेकर सभी मंत्रियों ने एक सुर में जोरदार तरीके से इस बात का समर्थन किया ,ज्ञात रहे कि पूर्व में भी मंत्रियों ने वार्षिक गोपनीय आख्या लिखने के अधिकार का मुद्दा उठाया था,तब से लेकर लगातार मंत्रियों की तरफ से वार्षिक गोपनीय आख्या लिखने के अधिकार का माँगा जा रहा है इस अधिकार को यदि मंत्रियों को दे दिया जाता है जैसे की मुख्यमंत्री की सहमति बनती दिख रही है और उन्होंने अगली बैठक में सचिव डॉक्टर एस एस संधू को इस सम्बन्ध में प्रस्ताव लाने का निर्देश भी दे दिया है , के व्यापक अर्थ लगाए जा रहे है जैसे की इस अधिकार के बाद जनकल्याण सम्बन्धी योजनाओं को अधिक तेज़ी से धरातल पर उतारा जा सकेगा, प्रत्येक अधिकारी की वार्षिक गोपनीय प्रविष्टि ठीक उसके ऊपर के प्राधिकारी जिसे प्रतिवेदक प्राधिकारी भी जाता है , के द्वारा लिखी जाती है ,उस प्रविष्टि का पुनरीक्षण प्रविष्टि लिखने वाले अधिकारी के ठीक ऊपर के अधिकारी द्वारा उसका स्वीकरण किया जाता है, ये एक गोपनीय और सरकारी प्रक्रिया है |
कैबिनेट बैठक में सतपाल महाराज के A C R सम्बन्धी इस मुद्दे को उठाने पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और सुबोध उनियाल सहित सभी मंत्रियों ने उनके प्रस्ताव का समर्थन किया |
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