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26 जनवरी को प्रधानमत्री जी क्यों नहीं फहराते तिरंगा

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जाने ध्वजारोहण और झंडा फहराने में क्या है अंतर FLAG  HOISTING            इस साल हम 74 वां गणतंत्र दिवस मना रहे है यह दिन हमें भारत में संविधान के लागू होने की याद दिलाता है जो 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था इस दिन दिल्ली में एक विशाल परेड होती है और यह परेड विजय चौक से शुरू होकर दिल्ली के लाल किले तक चलती है कोविड महामारी के चलते परेड का पारंम्परिक मार्ग बदल दिया गया है ओर भारत के संवैधानिक प्रमुख राष्ट्रपति जी झंडा फहराते है इस वर्ष भारत के 74 वे गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मिश्र के राष्ट्रपति माननीय अब्देल फतह अल सी सी को यह सौभाग्य प्राप्त हुआ। 15 अगस्त को भारत के प्रधानमंत्री जी ध्वजारोहण करते हैं-             15 अगस्त 1947 को भारत ब्रिटिश शासन की लंबी गुलामी के बाद आजाद हुआ था इसीलिए इस दिवस को भारत के स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है दरअसल इस दिन झंडे को रस्सी के द्वारा खींचकर ऊपर ले जा जाता है और फिर रस्सी खींच कर झंडे को फहराया जाता है इसे ध्वजारोहण कहते हैं ,आजादी के समय जब 15 अगस्त ...

प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल की तो

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 होगी सम्पत्ति कुर्क दिसंबर 2022 में उत्तराखंड सबोर्डिनेट भर्ती परीक्षा के पेपर आउट हो गए थे उसके बाद पटवारी लेखपाल भर्ती परीक्षा के पेपर भी खुले आम लाखों रूपये में बिकें जिसके बाद एस टी एफ ने मामले की जाँच की उत्तराखंड ने पिछले कुछ समय से उत्तराखंड में हुए भर्ती घोटालों से सबक लेते हुए अब नक़ल माफिया के विरुद्ध  कड़े कदम उठाने का फैसला किया है , सनद रहे कि पिछले कुछ समय से अनेक भर्ती परीक्षाओं में नक़ल माफिया और पेपर आउट करने वालो  सक्रिय होने से न केवल सरकार की किरकरी हुए है बल्कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं में भी आक्रोश का माहौल है क्यूकि इसमें विभागीय कर्मचारियों के शामिल होने के सबूत मिले है अब सरकार ने  इन सबके विरुद्ध कठोर कार्यवाही करने का मन बना  लिया है इन नक़ल माफिया के कारण न केवल सवैंधानिक तंत्र से लोगो विश्वास हिला है बल्कि प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले नवयुवक भी हताश हुए है पिछले कुछ महीनों में आप देख रहे होंगे कि अखबार की मुख्य ख़बरों में नक़ल के कारण हुई परीक्षा रद्द और नक़ल माफिया पर कोई नकेल नहीं या परीक्षा होगी दोबारा , ए...

अंडमान निकोबार द्वीप समूह के बदले नाम

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प्रधानमंत्री मोदी ने किया नामकरण    अंडमान निकोबार द्वीप         23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बॉस का जन्म दिवस  पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जा रहा है , इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने अंडमान निकोबार के 21 द्वीपों का नामकरण परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर किया है जिनके नाम अभी तक नहीं रखे गए थे पराक्रम दिवस पर आयोजित इस प्रोग्राम में इन 21 द्वीपों का नाम पहली बार रखा गया है अंडमान निकोबार द्वीपों का भारत  सामरिक दृष्टि से बहुत महत्व है पहले सबसे बड़े बिना नाम वाले द्वीप का नाम पहले परमवीर चक्र विजेता के नाम पर रखा गया फिर अन्य द्वीपों के नाम रखे गए जैसे- धन सिंह द्वीप - लेफ्टिनेंट कर्नल धन सिंह थापा  तारापुर द्वीप - लेफ्टिनेंट कर्नल अर्देशिर बुर्जोरजी तारापोरे  करम सिंह द्वीप - लांस नायक करम सिंह  बाना द्वीप - नायब सूबेदार बाना सिंह  एक्का द्वीप- लांस नायक  अल्बर्ट एक्का  खेत्रपाल द्वीप - द्वितीय लेफ्टिनेंट  अरुण खेत्रपाल  पांडे द्वीप -लेफ्टिनेंट मनोज कुमार पांडे  होशियार द्वीप - मेजर होशि...

ओर इन्हें कश्मीर चाहिए- डूबता पाकिस्तान

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  परमाणु शक्ति का दुरूपयोग है बड़ा खतरा               एक कहावत है कि साँप का दोस्त भी  साँप ही होता है  , ये कहावत आज चीन पाकिस्तान के लिए सही साबित हो रही है आज के समय में पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था एशिया की सबसे कमजोर अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, पाकिस्तान दुनिया का एकमात्र देश है जो परमाणु सम्पन्न राष्ट्र होते हुए भी लगातार कर्ज में डूबता जा रहा है, एक अमेरिकी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मुदस्सर लिखते हैं कि इससे बढ़िया मौक़ा नहीं मिलेगा भारत चाहे तो पाकिस्तान पर चढ़ाई कर दें , वर्ष 1960 में पकिस्तान की प्रति व्यक्ति आय 6797 पाकिस्तानी रूपये थी और भारत की तुलना में पाकिस्तान काफी अच्छी  हालात में था लेकिन प्राकृतिक आपदाओं ,देश की आतंकनीति और भारत से दुश्मनी निभाते निभाते पाकिस्तान चीन के साथ दोस्ती के चक्कर में ऐसा फंसा कि आज तक उभर नहीं पाया है आइए विस्तार से समझते हैं कि कैसे पाकिस्तान ने कुंए से खाई तक का सफर तय किया- 1 - राजनैतिक अस्थिरता बनाम तानाशाही शासन-              पाकिस्तान अब तक के ...

प्रभावशाली शैक्षणिक प्रोजेक्ट कैसे बनायें | (PROJECT WORK)

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प्रोजेक्ट कार्य   (कक्षा 6 से 12 के लिए) उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद रामनगर नैनीताल ने  शैक्षणिक सत्र 2022 -2023 के लिए सभी  परिषदीय  परीक्षाओं के विषयों में प्रोजेक्ट अनिवार्य कर दिया है इसलिए छात्रों के लिए ये सबसे आवश्यक बिंदु है कि कैसे एक अच्छा प्रोजेक्ट बनाया जाये उसके लिए किस उपविषय या टॉपिक का निर्धारण किया जाये कि वह प्रभावशाली बन सके और अध्यापक छात्र को अच्छे अंक दे सके क्योकि इस प्रोजेक्ट के लिए अधिकतम 20 अंक निर्धारित होते है किसी किसी विषय में ये  प्रोजेक्ट अंक 20  से कम भी हो सकते है ये अंक एक छात्र को परीक्षा में अच्छी  डिवीज़न बनाने में सहायता करते है |  यह लेख हमारे छात्रों के अनुरोध पर तैयार किया गया है यदि आपकी  और से कोई टिप्पणी है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में अपनी बात को लिख सकते है |  प्रोजेक्ट का उद्देश्य निर्धारित करें और अपने अध्यापक से  सहायता और निर्देश लें |    छात्रों को विषय के पाठ के अंदर से कोई उपविषय जिसमे उनकी रूचि हो उसके बारे में अपने शिक्षक से बातकर प्रोजेक्ट के विषय का चयन करना चाहिए...

केरल के स्कूलों में एक नयी शुरूवात

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सर या मैडम नहीं - केवल टीचर कहें।   GLI क्या है -   GLI  का पूरा नाम GENDER LEGISLATIVE INDEX है इसकी स्थापना इस आधार पर की गयी है कानून के हर क्षेत्र में एक लैंगिक  परिप्रेष्य की आवश्यकता है  कानून समाज को बदलने के लिए एक शक्तिशाली उपकरण है  GLI सूचकांक महिलाओं के अधिकारों पर केंद्रित रहकर कार्य करता है यह ऐसे कानून को भी बढ़ावा देना चाहता है जो समाज को पुरुष और महिलाओं के बीच अधिक समानता की स्थिति की और ले जा सके जी एल आई इंडेक्स महिला श्रेणी का उपयोग करता है क्यूकि ये अन्तर्राष्ट्रीय कानून में मौजूद है यह अंतर्राष्ट्रीय महिला अधिकार कानून में की गयी सरकार की प्रतिबद्धता के लिए  सरकार  की जबाबदेही भी तय करता है जहा तक संभव हुआ है जी एल आई ने समावेशी होने का प्रयास किया है उदाहरण के लिए गैर शी-जेंडर महिलाओ के बहिष्कार से बचना | GENDER LEGISLATIVE INDEX का मुख्य उदेश्य विधायकों , कार्यकर्ताओं और अधिवक्ताओं को महिलाओं के लिए  बेहतर काम करने वाले  कानून बनाने में मदद करना है |  2017  में एक निजी विधेयक  माननीय लोकसभ...

सरकारी कर्मचारी अपने ओपीडी मेडिकल बिल IFMS में कैसे सबमिट करें। - स्टेट हेल्थ एजेंसी उत्तराखण्ड

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समझे आसान स्टेप्स में -    भाग  -1                           उत्तराखंड सरकार की सबसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्य योजनाओं में से एक आयुष्मान गोल्डन कार्ड योजना के बारे में , यदि आप सार्वजनिक सेवा में कार्यरत है और आपका गोल्डन कार्ड स्वास्थ्य  योजना के अंतर्गत आपके मासिक वेतन से मासिक अंशदान की कटौती होती है तो सबसे पहले अपने कार्यालय के माध्यम से या अपने डी डी ओ के माध्यम से अपने परिवार के सभी सदस्यों को जो आप पर आश्रित है INTEGRATED FINANCIAL SYSTEM (IFMS) में पंजीकरण की प्रक्रिया को पूरा कर ले क्यूकि जब तक आप ये पंजीकरण की प्रक्रिया को पूरी नहीं कर लेते तब तक आप आयुष्मान गोल्डन कार्ड योजना के अंतर्गत अपने बीजक या बिल को राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण देहरादून प्रतिपूर्ति के लिए नहीं भेज सकते है लगभग एक सप्ताह के समयांतराल मे डी डी ओ से पास होते हुए ये पंजीकरण प्रक्रिया पूर्ण हो जाती है,अब आप आयुष्मान गोल्डन कार्ड योजना का लाभ लेने के लिए अधिकृत हो जाते  है |  आयुष्मान गोल्डन कार्ड योजना- आयुष्मान गोल्डन ...