संदेश

स्वच्छ भारत अभियान

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  स्वच्छता  पखवाड़ा 202 3            स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत  भारत 01 फरवरी 2023 से 15 फरवरी 2023 तक स्वच्छता पखवाड़ा मनाने जा रहा है, सार्वभौमिक स्वच्छता के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने  महात्मा गाँधी जी के 150 वे जन्मदिवस के अवसर पर 2 अक्टूबर 2014  को स्वच्छ भारत मिशन की शुरुवात की थी इस मिशन के द्वारा सभी गावों  ग्राम पंचायतों जिला राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 2 अक्टूबर 2019 तक 100 मिलियन से अधिक शौचालयों का निर्माण करके खुले में शौच मुक्त करने का संकल्प लिया था जिसके उद्देश्य को पूरा कर लिया गया है इसका मुख्य नारा एक कदम स्वच्छता की और है प्रति  वर्ष 02  अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वच्छता दिवस भी मनाया जाता है  |  स्वच्छ भारत अभियान 2 .0 - स्वच्छ भारत अभियान 2 .0  की शुरुवात एक अक्टूबर को प्रयागराज से होगी , केंद्रीय युवा कार्यक्रम एव खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर के अनुसार यह कार्यक्रम एक महीना तक चलेगा, इस बार 75  लाख किलो प्लास्टिक कचरे...

उत्तराखंड में होगी G-20 बैठक

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   ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन में होगा आयोजन  G 20 बैठक उत्तराखंड में  क्या है 'द  ग्रुप ऑफ़ टवेंटी'  या G-20 -           G-20  अन्तर्राष्ट्रीय  आर्थिक सहयोग का एक प्रमुख मंच है इसका मुख्यालय मेक्सिको में है इस संगठन में 19 देश और यूरोपियन संघ शामिल है ये संघ वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के लगभग 85% , वैश्विक व्यापार के 75% से अधिक और विश्व जनसंख्या के लगभग 2/3 भाग का प्रतिनिधित्व करता है इस संघठन के सदस्य देशो के नाम इस प्रकार से है - अर्जेंटीना  ऑस्ट्रेलिया  ब्राज़ील  कनाडा  चीन  फ्रांस  जर्मनी  भारत  इंडोनेशिया  इटली  साउथ कोरिया  जापान  मेक्सिको  रूस  साउथ अरबिया  साउथ अफ्रीका  टर्की  यूनाइटेड किंगडम  अमेरिका  यूरोपियन संघ           ये  G-20 की 18 वी बैठक है इसमें स्पेन,विश्व बैंक , अफ्रीका यूनियन और आसियान के देश मेहमान देशों के रूप में शामिल हो रहे है  G-20  की कुल मिलाकर भारत में ...

मैन्ग्रोव रोकेगें समुद्री तूफान

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 सरकार का फैसला- बजट 2023   मैंग्रोव के जंगल  जाने मैंग्रोव वनों के बारे में -                 पेड़ और झाड़ियाँ जो खारे पानी में रहने के  लिए अनुकूलित बन गए है  मैंग्रोव वनस्पति कहलाती है ये सभी पेड़ कम ऑक्सीजन वाली मिटटी में पनपते  है  जहाँ धीमी  गति से चलने वाली धाराओं के कारण बारीक तलछट बन जाते है मैंग्रोव वन उष्ण कटिबन्धीय और उपोष्ण कटिबन्धीय प्रदेशो में पाए जाते है इनका वैश्विक विस्तार 13780 वर्ग किलोमीटर में फैला है इनका अक्षांशीय विस्तार 25 डिग्री नार्थ से 25 डिग्री साउथ के मध्य फैला है  भारत में 10 प्रकार के मैंग्रोव वन पाए जाते है जो गुजरात , गोवा,महारष्ट्र , कर्नाटक केरल ,तमिलनाडु , आंध्रप्रदेश ,ओडिशा और पश्च्मि बंगाल में पाए जाते है, पश्चिम  बंगाल में भारत के 45 .45 प्रतिशत , गुजरात में 23 .66  प्रतिशत ,  अंडमान निकोबार में  12 .39 प्रतिशत मैंग्रोव वन जाते है मैंग्रोव के जंगल में रॉयल टाइगर  प्रमुख  रूप  से पाया  जाने वाला  जानवर है  , विश्व का स...

26 जनवरी को प्रधानमत्री जी क्यों नहीं फहराते तिरंगा

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जाने ध्वजारोहण और झंडा फहराने में क्या है अंतर FLAG  HOISTING            इस साल हम 74 वां गणतंत्र दिवस मना रहे है यह दिन हमें भारत में संविधान के लागू होने की याद दिलाता है जो 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था इस दिन दिल्ली में एक विशाल परेड होती है और यह परेड विजय चौक से शुरू होकर दिल्ली के लाल किले तक चलती है कोविड महामारी के चलते परेड का पारंम्परिक मार्ग बदल दिया गया है ओर भारत के संवैधानिक प्रमुख राष्ट्रपति जी झंडा फहराते है इस वर्ष भारत के 74 वे गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मिश्र के राष्ट्रपति माननीय अब्देल फतह अल सी सी को यह सौभाग्य प्राप्त हुआ। 15 अगस्त को भारत के प्रधानमंत्री जी ध्वजारोहण करते हैं-             15 अगस्त 1947 को भारत ब्रिटिश शासन की लंबी गुलामी के बाद आजाद हुआ था इसीलिए इस दिवस को भारत के स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है दरअसल इस दिन झंडे को रस्सी के द्वारा खींचकर ऊपर ले जा जाता है और फिर रस्सी खींच कर झंडे को फहराया जाता है इसे ध्वजारोहण कहते हैं ,आजादी के समय जब 15 अगस्त ...

प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल की तो

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 होगी सम्पत्ति कुर्क दिसंबर 2022 में उत्तराखंड सबोर्डिनेट भर्ती परीक्षा के पेपर आउट हो गए थे उसके बाद पटवारी लेखपाल भर्ती परीक्षा के पेपर भी खुले आम लाखों रूपये में बिकें जिसके बाद एस टी एफ ने मामले की जाँच की उत्तराखंड ने पिछले कुछ समय से उत्तराखंड में हुए भर्ती घोटालों से सबक लेते हुए अब नक़ल माफिया के विरुद्ध  कड़े कदम उठाने का फैसला किया है , सनद रहे कि पिछले कुछ समय से अनेक भर्ती परीक्षाओं में नक़ल माफिया और पेपर आउट करने वालो  सक्रिय होने से न केवल सरकार की किरकरी हुए है बल्कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं में भी आक्रोश का माहौल है क्यूकि इसमें विभागीय कर्मचारियों के शामिल होने के सबूत मिले है अब सरकार ने  इन सबके विरुद्ध कठोर कार्यवाही करने का मन बना  लिया है इन नक़ल माफिया के कारण न केवल सवैंधानिक तंत्र से लोगो विश्वास हिला है बल्कि प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले नवयुवक भी हताश हुए है पिछले कुछ महीनों में आप देख रहे होंगे कि अखबार की मुख्य ख़बरों में नक़ल के कारण हुई परीक्षा रद्द और नक़ल माफिया पर कोई नकेल नहीं या परीक्षा होगी दोबारा , ए...

अंडमान निकोबार द्वीप समूह के बदले नाम

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प्रधानमंत्री मोदी ने किया नामकरण    अंडमान निकोबार द्वीप         23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बॉस का जन्म दिवस  पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जा रहा है , इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने अंडमान निकोबार के 21 द्वीपों का नामकरण परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर किया है जिनके नाम अभी तक नहीं रखे गए थे पराक्रम दिवस पर आयोजित इस प्रोग्राम में इन 21 द्वीपों का नाम पहली बार रखा गया है अंडमान निकोबार द्वीपों का भारत  सामरिक दृष्टि से बहुत महत्व है पहले सबसे बड़े बिना नाम वाले द्वीप का नाम पहले परमवीर चक्र विजेता के नाम पर रखा गया फिर अन्य द्वीपों के नाम रखे गए जैसे- धन सिंह द्वीप - लेफ्टिनेंट कर्नल धन सिंह थापा  तारापुर द्वीप - लेफ्टिनेंट कर्नल अर्देशिर बुर्जोरजी तारापोरे  करम सिंह द्वीप - लांस नायक करम सिंह  बाना द्वीप - नायब सूबेदार बाना सिंह  एक्का द्वीप- लांस नायक  अल्बर्ट एक्का  खेत्रपाल द्वीप - द्वितीय लेफ्टिनेंट  अरुण खेत्रपाल  पांडे द्वीप -लेफ्टिनेंट मनोज कुमार पांडे  होशियार द्वीप - मेजर होशि...

ओर इन्हें कश्मीर चाहिए- डूबता पाकिस्तान

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  परमाणु शक्ति का दुरूपयोग है बड़ा खतरा               एक कहावत है कि साँप का दोस्त भी  साँप ही होता है  , ये कहावत आज चीन पाकिस्तान के लिए सही साबित हो रही है आज के समय में पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था एशिया की सबसे कमजोर अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, पाकिस्तान दुनिया का एकमात्र देश है जो परमाणु सम्पन्न राष्ट्र होते हुए भी लगातार कर्ज में डूबता जा रहा है, एक अमेरिकी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मुदस्सर लिखते हैं कि इससे बढ़िया मौक़ा नहीं मिलेगा भारत चाहे तो पाकिस्तान पर चढ़ाई कर दें , वर्ष 1960 में पकिस्तान की प्रति व्यक्ति आय 6797 पाकिस्तानी रूपये थी और भारत की तुलना में पाकिस्तान काफी अच्छी  हालात में था लेकिन प्राकृतिक आपदाओं ,देश की आतंकनीति और भारत से दुश्मनी निभाते निभाते पाकिस्तान चीन के साथ दोस्ती के चक्कर में ऐसा फंसा कि आज तक उभर नहीं पाया है आइए विस्तार से समझते हैं कि कैसे पाकिस्तान ने कुंए से खाई तक का सफर तय किया- 1 - राजनैतिक अस्थिरता बनाम तानाशाही शासन-              पाकिस्तान अब तक के ...