ह्यड्रोपोनिक्स - पर्यावरण , स्वास्थ्य व पैसा एक साथ

ह्यड्रोपोनिक्स - पर्यावरण , स्वास्थ्य  व पैसा एक साथ 
  पर्यावरण के साथ स्वास्थ्य व पैसा कितना सुन्दर विचार है , आज हम आपको खेती की  एक ऐसी विदेशी टेक्नीक जो धीरे धीरे भारत में भी लोकप्रिय होती जा रही है, के बारे में बताने जा रहे है 
रेगिस्तानी भागों जैसे सऊदी अरब व  इज़राईल जैसे देशो से भारत में ह्यड्रोपोनिक्स खेती तेजी से लोकप्रिय हो रही है इसकी सबसे बड़ी विषेशता ये है कि बहुत कम पानी व बिना मिट्टी के होने वाली इस खेती को आप अपने घर की छत पर भी कर सकते है मिट्टी का प्रयोग नहीं होने  कारण इसमें वजन भी होता है इसे अपनी बालकनी में भी किया जा सकता है 
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शुरुवात कैसे करे-  खेती के लिए एक pvc पाइप व वाटर टैंक का सेटअप तैयार करना होता है जिसमे वाटर मोटर की मदद  से पानी में घुलनशील पोषक तत्व जैसे पोटाश ,कैल्शियम ,मैग्नीशियम ,सल्फर ,जिंक ,कॉपर व मैगनीस को  रसायन की तरह पानी में घोलकर पाइप के द्वारा पौधे में पहुचांए जाते है छोटे तत्व व बड़े तत्व को पौधे में कम से कम तीन दिनों के अंतर पर देना चाहिए जिससे  पौधे अपना पोषण पूरी तरह से ग्रहण कर सके  ये पौधे pvc पाइप में बने छोटे छेद जो आठ इंच की दूरी पैर  है ,में लगाए जाते है
  एक 100 पौधों के सेटअप को लगाने के लिए 20 लीटर के टैंक के पानी की आवश्यकता होती है जिसकी सहायता से 10 दिनों तक पानी  दिया जा सकता है फिर इस पानी को बदलना पड़ता है एक बीघा के सेटअप को लगाकर आप 10 बीघा जमीन के बराबर उपज प्राप्त कर सकते है एक बार सेटअप लगाने से बाद आप उसे वर्टिकल ऊँचाई में अपनी इच्छानुसार और अधिक ऊंचाई तक बढा सकते है  और अधिक पर्यावरण की सेवा कर सेहत व धन दोनों प्राप्त कर सकते है                                                                                                                                                                                                 
हीड्रोपोनिक्स एक विदेशी टेक्निक है जिसके प्रयोग से जमीन में पाए जाने वाले अनेक प्रकार के हानिकारक विषाणु व निमोटोज़ से बचा जा सकता है इस प्रकार की खेती में कीटनाशक व खरपतवार नाशक औषधि का प्रयोग नहीं किया जाता है इसलिए ये सब्जिया या फल सामान्य से ज्यादा सुरक्षित मानी जा सकती है  एक बीघा खेती जितना सेटअप लगाने के लिए लगभग 30 लाख  भारतीय रुपए का खर्च आता है ये सेटअप 15 से 20 साल तक के लिए कारगर माना  जाता है फिर दोबारा निवेश करने की आवश्यकता होती है भारत में अनेक निजी संस्थान इस प्रकार की खेती के लिए प्रशिक्षण प्रदान करने का कार्य करते है
हीड्रोपोनिक्स खेती के माध्यम आप शिमला मिर्च ,टमाटर ,बैंगन ,पालक ,धनिया ,हरी मिर्च ,मटर ,स्ट्राबेरी तुलसी ,टिंडे ,भिन्डी ,तुरही ,करेले के साथ साथ ऐसे ही कई प्रकार की खेती अपनी बालकनी या छत पर कर सकते है 
         हिद्रॊनिक्स का एक और सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि आप पर्यावरण के साथ साथ अपनी आर्थिक अर्थवय्वस्था  को भी सुद्रढ़ और समृद्व बना सकते हैं , हीड्रोपोनिक्स आपका आत्मविश्वाश बढ़ाने के साथ साथ आस पास के हवा को भी शुद्ध रखने में आपकी सहायता करते है जिससे आप बेहतर स्वास्थ्य प्राप्त कर सकते है , इस प्रकार की  खेती  को   अतिरिक्त समय में भी कर सकते है इसमें बहुत काम पानी व ऊर्जा की खपत होती है | 


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