केदारनाथ उपचुनाव में एक शिक्षक को विपक्षी नेता के साथ खड़े होने पर सस्पेंड किया
चुनाव आचारसंहिता के उल्लंघन के आरोप में शिक्षक निलंबित
हाल ही में केदारनाथ उपचुनाव के दौरान एक सरकारी शिक्षक की एक फोटो एक विपक्षी नेता के साथ खड़े होकर वायरल हुई तो विभाग ने कड़ी कार्यवाही करते हुए उस शिक्षक महोदय को चुनाव के दौरान आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया जिससे उत्तराखंड की राजनीति में फिर एक बहस छिड़ गयी है |
ये घटना केदारनाथ उपचुनाव के दौरान की है जब एक सरकारी शिक्षक विपक्षी कांग्रेस नेता के साथ खड़े होकर फोटो खींचवाते हुए नजर आये तो ये फोटो मीडिया में वायरल हो गयी ,विभाग ने भी अपनी और से कार्यवाही करते हुए सस्पेंशन आदेश जारी कर दिया तो विपक्ष नाराज हो गया और आरोप लगाए गए कि उत्तराखंड सरकार लोकतंत्र के राजनीति मूल्यों को कमजोर कर रही है और शिक्षक के विरुद्ध एक तरफ़ा कार्यवाही कर रही है |
ये है नियम
उत्तराखंड कर्मचारी सेवा नियामवली के अनुसार किसी भी सरकारी कर्मचारी को चुनाव के दौरान किसी भी राजनैतिक गतिविधियों में भाग लेने या किसी पार्टी के लिए कार्य करने या किसी भी नेता के साथ खड़े होने की अनुमति नहीं है , उत्तराखंड कर्मचारी सेवा नियामवली के इन नियमों के उल्लंघन का दोषी पाए जाने पर ना केवल उस के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जा सकती है बल्कि उसे नौकरी से बर्खास्त करने का भी प्रावधान है |
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