वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए विभागीय आय व्ययक तैयार किये जाने के सम्बन्ध में

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वित्तीय वर्ष 2025-26  के लिए विभागीय आय व्ययक  पेज 01  पेज 02  YOU MAY ALSO LIKE IT- हिममेधा ब्लॉग उत्तराखण्ड में शिक्षकों को दुर्गम की सेवाओं का दोगुना लाभ मिलना शुरू  इस पड़ौसी राज्य में अब सहायक अध्यापक भी बन सकेंगे प्रधानाचार्य  प्रोजेक्ट कार्य सामाजिक विज्ञान- यूरोप में समाजवाद और रुसी क्रांति  सीबीएसई परीक्षा में स्कूल ने गलती से छात्रा को दे दिए जीरो मार्क्स, अब कोर्ट ने लगाया 30 हजार रूपये का जुर्माना  उत्तराखण्ड बोर्ड ने घोषित की प्रैक्टिकल और बोर्ड परीक्षा की डेट

सीबीएसई टीमों का अचानक 27 टीमों के साथ 27 स्कूलों में औचक निरीक्षण

सीबीएसई का देश के दो बड़े राज्यों के स्कूलों में औचक निरीक्षण 


सीबीएसई का औचक निरीक्षण 

 

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने हाल ही में नई दिल्ली और राजस्थान के अलग अलग 27 सीबीएसई एफिलिएटेड स्कूलों में औचक निरीक्षण किया सीबीएसई के अनुसार इन निरीक्षणों का उदेश्य केवल ये सुनिश्चित करना था कि क्या सीबीएसई से एफिलिएटेड स्कूल सभी नियमों , उपनियमों और मानदंडों का उचित तरीके से पालन कर रहे है या नहीं और डमी छात्रों के प्रवेश पर कहीं कोई नियम तो भंग नहीं किया जा रहा है | सीबीएसई की इन 27 टीम में से प्रत्येक में एक सीबीएसई का वरिष्ठ अधिकारी और सीबीएसई के एफिलिएटेड ही किसी अन्य स्कूल का प्रधानाचार्य भी शामिल किया गया था ये ऑचल निरिक्षण  सरप्राइज एलिमेंट को बनाये रखने के लिए किया गया था, इन निरीक्षणों से प्राप्त निष्कर्षों की समीक्षा के बाद यदि लगता है कि नियमों का अनुपालन नहीं किया गया है तो उचित कार्यवाही की जाएगी  , ऐसा लग रहा है कि जल्दी ही सीबीएसई देश के अन्य राज्यों में भी चुनिंदा सीबीएसई एफिलिएटेड स्कूलों में औचक निरीक्षण के लिए अपनी टीमें भेज सकता है | 


सीबीएसई सर्कुलर 


कुछ महीनें पूर्व केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने देशभर के अलग अलग राज्यों के 20 स्कूलों की मान्यता रद्द कर दी थी सीबीएसई के सचिव के अनुसार इन स्कूलों में नियमविरुद्ध आचरण करने आरोप था सीबीएसई के अनुसार जिन स्कूलों की मान्यता रद्द की गयी थी उनमे डमी छात्रों को प्रवेश देने और अयोग्य उम्मीदवारों को एडमिशन देने के पुख्ता प्रमाण प्राप्त हुए थे सीबीएसई समय समय पर अपने अफीलिएटेड सभी स्कूलों में औचक निरिक्षण करता रहता है इस बार के औचक निरीक्षण में इन बीस स्कूलों की मान्यता रद्द कर दी गयी थी जबकि दिल्ली , पंजाब और असम के तीन स्कूलो की मान्यता को डाउन ग्रेड किया गया थी | 

क्या होता है डमी प्रवेश -

डमी प्रवेश का अर्थ है बिना स्कूल को अटेंड किये परीक्षा में बैठना , डमी प्रवेश में छात्र स्कूलों में प्रवेश तो ले लेते है लेकिन इस अवधि में स्कूलों में जाने के बजाय ये छात्र बाहर जाकर किसी प्राइवेट कोचिंग सेंटर से तैयारी करना शुरू कर देते है इसके बदले में ये अभिभावक स्कूलों को अधिक फीस पे करते है जिससे कोचिंग सेंटर और स्कूल दोनों खुश हो जाते है क्यूकि छात्र अधिक अंक लेकर परीक्षा उत्तीर्ण भी कर लेता है लेकिन ये सीबीएसई के करिकुलम का उल्लघन है उसके नियमों के विरुद्ध है | 

इन स्कूलों की मान्यता हुई थी रद्द -
  1. सिद्धार्थ  पब्लिक स्कूल दिल्ली 81 
  2. नेशनल पब्लिक स्कूल दिल्ली 40 
  3. चंद राम पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल दिल्ली 39 
  4. भारत माता सरस्वती बाल मंदिर दिल्ली 
  5. लॉयल पब्लिक स्कूल बुलंदशहर 
  6. ट्रिनिटी वर्ल्ड कॉलेज गौतमबुद्धनगर 
  7. क्रेसेंट कान्वेंट स्कूल गाजीपुर 
  8. राजस्थान के तीन स्कूल 
  9. छत्तीसगढ़ के दो स्कूल 
  10. महाराष्ट्र के डॉन स्कूल 
  11. केरल के दो स्कूल 
  12. उत्तराखंड देहरादून का ज्ञान आइंसटीन इंटरनेशनल स्कूल देहरादून  

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